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India Daily

पंजाब में नशे के खिलाफ AAP की जंग! कांग्रेस-BJP पर हरपाल चीमा ने लगाया मिलीभगत का आरोप

हरपाल चीमा ने चेतावनी दी कि आप सरकार गैंगस्टरवाद और ड्रग माफिया को जड़ से उखाड़ फेंकेगी. उन्होंने कहा, “कांग्रेस और भाजपा अपराधियों को बचाने के लिए एकजुट हो गए हैं, लेकिन हम पंजाब के लोगों के साथ हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
हरपाल चीमा
Courtesy: Social Media

पंजाब के वित्त मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह चीमा ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला. उन्होंने दोनों पार्टियों पर ड्रग तस्करों और गैंगस्टरों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया. चीमा ने कहा कि ये पार्टियां झूठी एफआईआर और राजनीतिक दबाव के जरिए आप सरकार के नशे के खिलाफ अभियान को कमजोर करने की साजिश रच रही हैं. इस लेख में हम चीमा के बयानों और पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही जंग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे.

झूठी एफआईआर और राजनीतिक साजिश

चीमा ने खुलासा किया कि कांग्रेस और भाजपा के नेता आप नेताओं को चुप कराने के लिए झूठी एफआईआर का सहारा ले रहे हैं. उन्होंने बताया, “हमने दो दिनों के लिए विधानसभा सत्र की घोषणा की, इससे घबराकर कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा चंडीगढ़ पुलिस के पास पहुंचे और ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई. सिर्फ 24 घंटों में, मेरे और आप पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई. यह बेहद आश्चर्यजनक है.”

उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस, जो भाजपा द्वारा मनोनीत राज्यपाल के अधीन है, पर राजनीतिक रूप से प्रेरित एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाया. चीमा ने अदालत में पेश चंडीगढ़ पुलिस के हलफनामे का हवाला देते हुए कहा कि 15 मई, 2024 तक 7,067 शिकायतें लंबित थीं, जिनमें साइबर अपराध, धोखाधड़ी और चोरी जैसे मामले शामिल हैं. उन्होंने कहा, “यह दर्शाता है कि कैसे कांग्रेस और भाजपा असली अपराधियों की अनदेखी करते हुए आप नेताओं को फंसाने के लिए मिलीभगत कर रहे हैं. लेकिन हम इससे डरते नहीं हैं. हम कानून का सामना करने के लिए तैयार हैं. हम सच बोलना कभी बंद नहीं करेंगे.

नशे के खिलाफ आप का अभियान

चीमा ने बताया कि 2017 में जब आप ने पहली बार पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ा, तब नशाखोरी, बेरोजगारी और कृषि संकट प्रमुख मुद्दे थे. उस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी स्वीकार किया था कि अकाली-भाजपा गठजोड़ के कारण पंजाब के 70 प्रतिशत युवा नशे की चपेट में हैं. चीमा ने तंज कसते हुए कहा, “2017 में कांग्रेस ने चार हफ्तों में नशा उन्मूलन का वादा किया था. उनके मुख्यमंत्री ने तलवंडी साबो के पास एक रैली में पवित्र गुटका साहिब की कसम भी खाई थी, लेकिन पांच साल में कांग्रेस ने कुछ नहीं किया.”2022 के विधानसभा चुनाव में पंजाब की जनता ने आप पर भरोसा जताया और भगवंत मान को ऐतिहासिक जनादेश देकर मुख्यमंत्री बनाया.

चीमा ने जोर देकर कहा कि पिछले साढ़े तीन सालों से आप सरकार नशे के खिलाफ अथक अभियान चला रही है. पिछले तीन महीनों में यह अभियान ‘युद्ध नशें विरुद्ध’ के रूप में और तीव्र हो गया है. उन्होंने कहा, “हम किसी को नहीं बख्श रहे हैं. अवैध रूप से निर्मित संपत्तियों को ध्वस्त किया जा रहा है और दोषियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है. एक कैबिनेट उप-समिति का भी गठन किया गया था, जिसका अध्यक्ष मैं हूं और हमने पूरे पंजाब के पुलिस थानों का दौरा भी किया.

सीमा पार तस्करी पर लगाम

आप सरकार ने नशे की तस्करी को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए हैं. चीमा ने बताया कि सीमा पार से होने वाली ड्रग तस्करी को रोकने के लिए ड्रोन-रोधी प्रणालियां लागू की गई हैं. हालांकि, जब भी सरकार कोई सख्त कार्रवाई करती है, कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल के नेता सवाल उठाने लगते हैं और तस्करों का बचाव करते हैं. चीमा ने कहा कि यह इन पार्टियों की मिलीभगत को उजागर करता है.

कांग्रेस नेताओं की दोहरी नीति

चीमा ने पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी का जिक्र करते हुए कहा, “चन्नी ने एक बार ड्रग्स की तुलना अकाली नेता बिक्रम मजीठिया से की थी और कहा था कि अगर कोई ‘चिट्टा’ (हेरोइन) की बात करता है, तो लोग कहते हैं कि मजीठिया आ गया है. नवजोत सिद्धू, सुखपाल खैरा और प्रताप बाजवा भी इस मुद्दे पर मुखर रहे हैं. बाजवा ने तो यहां तक कह दिया था कि जिम्मेदार लोगों को गले में रस्सी डालकर घसीटा जाना चाहिए.” लेकिन अब वही कांग्रेसी नेता मजीठिया के बचाव में प्रेस कॉन्फ्रेंस और वीडियो जारी कर रहे हैं. चीमा ने तंज कसते हुए कहा, “एक ‘चिट्टा चोर’ था, दूसरा ‘नीला चोर’ और दोनों ने मिलकर पंजाब को लूटा.

गैंगस्टरों का गुजरात कनेक्शन

चीमा ने अबोहर में हाल ही में एक कपड़ा व्यापारी की हत्या का जिक्र किया, जिसकी जिम्मेदारी गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली. उन्होंने सवाल उठाया, “वह जेल भाजपा सरकार के नियंत्रण में है. गुजरात से पूरे भारत के व्यापारियों को धमकाने के लिए फोन क्यों आ रहे हैं? गुजरात की जेलों से व्यापारियों को आतंकित करने और उन्हें भाजपा की ओर धकेलने का एक बड़ा रैकेट चलाया जा रहा है.” 

आप की प्रतिबद्धता: नशे और अपराध के खिलाफ जंग

चीमा ने चेतावनी दी कि आप सरकार गैंगस्टरवाद और ड्रग माफिया को जड़ से उखाड़ फेंकेगी. उन्होंने कहा, “कांग्रेस और भाजपा अपराधियों को बचाने के लिए एकजुट हो गए हैं, लेकिन हम पंजाब के लोगों के साथ हैं. हम पीछे नहीं हटेंगे. हम सच्चाई, न्याय और पंजाब के भविष्य के लिए लड़ते रहेंगे.” आप सरकार का यह अभियान न केवल नशे की समस्या से निपटने की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि यह पंजाब की जनता के लिए एक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है. चीमा ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार न तो राजनीतिक दबाव से डरेगी और न ही झूठी एफआईआर से रुकेगी. यह जंग तब तक जारी रहेगी, जब तक पंजाब नशा मुक्त और अपराध मुक्त नहीं हो जाता.