Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां दिनेश मिश्रा नाम के एक शख्स ने अपनी दर्दभरी कहानी 5 पन्नों में लिखी और एक वीडियो बनाकर रोते हुए बताया कि कैसे उसकी पत्नी एक 'लव जिहादी' के चंगुल में फंस गई है. न्याय न मिलने से तंग आकर उसने जहर खा लिया. अब वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है.
यह घटना इंदौर के एरोड्रम इलाके के सुविदी नगर की है. दिनेश मिश्रा ने जहर पीने से पहले अपनी जिंदगी को पटरी पर लाने की कई कोशिशें की थीं. उसने अपने 5 पन्नों के सुसाइड नोट में बताया है कि उसने कई बार पुलिस से मदद मांगी, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया. एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी के बेटे दिनेश ने बुधवार शाम को अपने घर में जहर पी लिया. उसे गंभीर हालत में शहर के भंडारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है.
दिनेश मिश्रा ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो में अपनी पत्नी दीपिका पर शादी के बाद से ही धोखा देने का आरोप लगाया है. उसका कहना है कि उसकी पत्नी जिस जिम में जाती थी, वहीं पर आने वाले मकसूद खान नाम के एक मुस्लिम युवक ने उसे 'लव जिहाद' में फंसा लिया है. दिनेश ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी न सिर्फ मकसूद से पीठ पीछे मिलती थी, बल्कि उसे पैसे भी देती थी. दिनेश के पास इसके कई सबूत होने का दावा भी किया गया है, जिसमें ऑनलाइन पेमेंट के रिकॉर्ड भी शामिल हैं.
दिनेश ने अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि उसकी शादी को 10 साल हो चुके हैं और उनके दो बेटे हैं. लेकिन पत्नी के लगातार धोखे से परेशान होकर वह यह कदम उठा रहा है. उसने बताया कि जिम ट्रेनर मकसूद खान ने उसकी पत्नी को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया है और वह रात-रात भर मकसूद से बात करती है. दिनेश ने कई बार इसकी शिकायत एरोड्रम थाने में की, लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की.
बुधवार शाम को दिनेश ने एक वीडियो बनाया, जिसमें वह रोते हुए अपना दर्द बयां कर रहा था और कैमरे के सामने ही उसने जहर खा लिया. वीडियो में वह कहता है, 'मेरी मौत की वजह मोहम्मद मकसूद खान एक जिहादी है, जिसने एक और हिंदू लड़की को फंसाया था. लेकिन राजीनामा होने के कारण केस खत्म हो गया था. लेकिन इस बार मेरी जिंदगी को तहस-नहस कर दिया.' दिनेश ने कैमरे के सामने चूहे मारने की दवा के दो डिब्बे खा लिए.
दिनेश मिश्रा ने अपने सुसाइड नोट में मध्य प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री मोहन यादव से यह भी गुजारिश की है कि देश में चल रहे लव जिहाद के मामलों में सरकार को कोई कठोर कदम उठाना चाहिए. उसने लिखा है, 'लव जिहाद मामले में महिलाएं कभी किसी जिहादी के खिलाफ कुछ नहीं बोलती हैं, लेकिन सबूत देने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई भी नहीं होती है.'
थाना प्रभारी तरुण भाटी ने बताया कि पिछले दिनों फरियादी थाने आया था. अब यह देखा जा रहा है कि उसकी शिकायत किस एसआई को दी गई थी और उसने क्या कार्रवाई की. उन्होंने बताया कि दिनेश की हालत स्थिर है और वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले में संज्ञान ले लिया है.