इंदौर के कैट रोड पर आज गम का माहौल और भी गहरा हो गया, जब शिलांग से राजा रघुवंशी का शव उनके भाई विपिन रघुवंशी द्वारा घर लाया गया. जैसे ही राजा का पार्थिव शरीर घर में लाया गया, उनके माता-पिता और परिवारवाले बेसुध हो गए. पूरे परिवार और मोहल्ले में मातम का माहौल फैल गया और सभी की आंखों में आंसू थे. राजा रघुवंशी का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया.
राजा रघुवंशी की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए, जिनमें रिश्तेदार, मित्र, पड़ोसी और परिचित सभी ने राजा को नम आंखों से अंतिम विदाई दी. इस दौरान उनके बड़े भाई विपिन रघुवंशी ने उन्हें मुखाग्नि दी.
राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को सोनम रघुवंशी से धूमधाम से हुई थी. इसके बाद 20 मई को राजा अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून के लिए शिलांग रवाना हुए थे. सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ दिनों में ही यह खुशी एक बड़ी त्रासदी में बदल गई.
शिलांग पुलिस को कुछ दिन बाद एक अज्ञात शव मिला, जिसकी पहचान राजा रघुवंशी के रूप में हुई. मेडिकल रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि राजा की हत्या की गई है. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि राजा की पत्नी सोनम अब तक लापता हैं. शिलांग पुलिस को उनके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है. क्या सोनम सुरक्षित हैं, या उन्हें भी किसी अपराध का शिकार बनाया गया है? यह सवाल अभी तक अनुत्तरित है.
राजा के परिवारवालों ने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और जल्दी से जल्दी सोनम का पता लगाया जाए. परिवार ने कहा, 'हम अपने बेटे को खो चुके हैं और अब उसकी पत्नी का भी कोई पता नहीं है. हमें न्याय चाहिए.'
मोहल्ले में शोक की लहर
राजा रघुवंशी के निधन की खबर से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा मोहल्ला स्तब्ध है. लोग यह विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि जिस युवक ने कुछ दिन पहले अपनी शादी के बाद नए जीवन की शुरुआत की थी, वह आज कंधे पर उठाया जा रहा है.