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India Daily

‘सिंदूर का बदला खून…’ शशि थरूर ने अमेरिकी ब्रीफिंग में भारत के ऑपरेशन का किया बचाव

Shashi Tharoor Defends India Operation: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर का जोरदार समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि यह नाम अपने आप में एक गहरी भावना से भरा है. वाशिंगटन डी.सी. में नेशनल प्रेस क्लब में बोलते हुए थरूर ने नाम के पीछे का अर्थ समझाया.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Shashi Tharoor

Shashi Tharoor Defends India Operation: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर का जोरदार समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि यह नाम अपने आप में एक गहरी भावना से भरा है. वाशिंगटन डी.सी. में नेशनल प्रेस क्लब में बोलते हुए थरूर ने नाम के पीछे का अर्थ समझाया. उन्होंने कहा, "सिंदूर वह लाल रंग का पाउडर है जिसे विवाहित हिंदू महिलाएं अपने माथे पर लगाती हैं. यह प्रेम, सम्मान और विवाह का प्रतीक है. 

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय मारे गए. आतंकवादियों ने महिलाओं के सिंदूर को मिटा दिया. यह एक भयानक कृत्य था. उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन इस क्रूरता का कड़ा जवाब देने का भारत का तरीका था. 

थरूर ने दिया हिंदी मुहावरे का हवाला:

शशि थरूर ने एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरे का हवाला दिया और कहा, "आमतौर पर लोग कहते हैं 'खून का बदला खून' - खून के बदले खून. लेकिन यहां यह उससे कहीं बढ़कर था, यह 'सिंदूर का बदला खून' था. यह संदेश था कि भारत इस तरह के क्रूर कृत्य के बाद चुप नहीं रहेगा." थरूर भारतीय सांसदों के एक सर्वदलीय समूह का हिस्सा हैं, जो भारत की कार्रवाइयों को समझाने और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सपोर्ट हासिल करने के लिए अहम देशों का दौरा कर रहे हैं. 

उन्होंने सैन्य अभियान के बारे में कुछ डिटल्स भी शेयर की हैं. हालांकि, कई डिटेल्स अभी सीक्रेट रखी गई हैं. थरूर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के 11 सैन्य हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने खुद स्वीकार किया है कि भारतीय हमलों ने हैदराबाद से लेकर पेशावर तक के क्षेत्रों को प्रभावित किया है.

सैटेलाइट्स फोटोज में रनवे पर गड्ढे और टूटे हुए कमांड सेंटर जैसे नुकसान दिखाई दे रहे हैं, जो साबित करते हैं कि हमला गंभीर लेकिन कंट्रोल था. ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा 7 मई को शुरू किया गया था, जो 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का एक मजबूत जवाब था, जिसमें पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकवादियों के कारण 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी.