जमशेदपुर के पांड्रोशोली स्थित लव-कुश आवासीय विद्यालय में रात करीब 4 बजे पानी भर गया. स्कूल संचालक सुशांत महतो ने बताया कि जब बच्चों को बाहर निकालने की कोशिश की गई, तो बाहर भी पानी भरा हुआ था. ऐसे में बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें एसबेस्टस की छत पर चढ़ा दिया गया, जहां वे करीब 5 घंटे तक बारिश में भीगते रहे. सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. उस समय हॉस्टल में 122 लड़के, 40 लड़कियां और 7 स्टाफ मेंबर मौजूद थे.
प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कूल को बंद करने का निर्देश दिया है. पोटका प्रखंड के प्रभारी एलआरडीसी गौतम कुमार ने बताया कि यह निजी विद्यालय नदी के किनारे बना हुआ है, जो सुरक्षा की दृष्टि से गलत है. गनीमत रही कि कोई जान का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन ऐसी लापरवाही पर जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
केवल झारखंड ही नहीं, देश के अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश का असर देखा जा रहा है. उत्तरकाशी में यमुनोत्री मार्ग पर बादल फटने से दो मजदूरों की मौत हो गई और सात लापता हैं. बागेश्वर में सरयू नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है. उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 24 घंटे के लिए रोक दी गई है और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है. मौसम विभाग ने बताया कि इस बार मानसून सामान्य से 9 दिन पहले पूरे देश में फैल गया है और आज कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.