गुरुग्राम: हाईटेक सिटी गुरुग्राम की पुलिस ने सभी बार और क्लबों के लिए एक विशेष एडवाइजरी जारी की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी ग्राहक शराब के नशे में गाड़ी चलाकर घर न जाए.
पुलिस द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, बाउंसरों और कर्मचारियों को लंबे समय तक शराब पीते पाए जाने वाले ग्राहकों के लिए परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी.
हरियाणा पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 168 के तहत जिले के सभी बार और क्लब संचालकों को नोटिस भेजा गया है. उन्होंने कहा कि इसका पालन नहीं करने पर संबंधित संस्था के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डीजीपी ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि पुलिस की छवि जनता के विश्वास के साथ बनी रहे, हमें न केवल अपराधों पर नियंत्रण रखना होगा, बल्कि नागरिकों को सुरक्षा और न्याय का आश्वासन देना भी हमारी ज़िम्मेदारी है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने कहा कि अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि पार्किंग क्षेत्रों में स्पष्ट चेतावनियां लगाई जाएं ताकि ग्राहकों को शराब के नशे में गाड़ी चलाने के खतरों और कानूनी परिणामों के बारे में सचेत किया जा सके.
यह कदम नशे में गाड़ी चलाने के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि के मद्देनजर उठाया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस साल के पहले नौ महीनों में 300 से ज्यादा मौतें हुई हैं.
इस बीच, बार मालिकों ने पुलिस द्वारा जारी नई सलाह पर चिंता व्यक्त की है. नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के ट्रस्टी राहुल सिंह ने कहा कि मौजूदा आदेश व्यावहारिक और दायित्व संबंधी चिंताएं पैदा करता है.
बीयर कैफे के ओनर राहुल ने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और नशे में गाड़ी चलाने को रोकने के उद्देश्य से की जाने वाली किसी भी पहल का पूरा समर्थन करते हैं. हालांकि बार से यह अपेक्षा करना कि वे ग्राहक के नशे के स्तर का आकलन करें या अपने ड्राइवरों से निजी वाहन चलवाएं, व्यावहारिक और दायित्व संबंधी चिंताएं पैदा करता है.
सिंह ने सुझाव दिया कि बेहतर होगा कि अधिकारी बार कर्मचारियों पर बोझ डालने के बजाय पेशेवर ड्राइवर-ऑन-कॉल सेवाओं की व्यवस्था करें. उन्होंने कहा, कि एक ज्यादा कारगर और सुरक्षित समाधान यह होगा कि सत्यापित ड्राइवर नेटवर्क जैसे संगठित सेवा प्रदाताओं के साथ सहयोग किया जाए.
उन्होंने कहा कि इन कंपनियों के पास पहले से ही प्रशिक्षित और जांचे परखे ड्राइवर हैं, जो ग्राहकों और प्रतिष्ठानों, दोनों के लिए जवाबदेही और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं. सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि कानून सख्त रहना चाहिए और पुलिस को शराब पीकर गाड़ी चलाते पकड़े जाने वालों के साथ नरमी नहीं बरतनी चाहिए.