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India Daily

Elvish Yadav Firing Case: एल्विश यादव के घर पर गोलीबारी के मामले में दो शूटर्स को पुलिस ने किया गिरफ्तार, रच रहे थे बड़ी साजिश

एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित घर पर 17 अगस्त को हुई फायरिंग की घटना ने सभी को चौंका दिया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो संदिग्ध शूटरों को गिरफ्तार किया है. इनका नाम गौरव सिंह और आदित्य तिवारी बताया जा रहा है. दोनों का संबंध कुख्यात हिमांशु भाऊ गैंग से होने की बात सामने आई है.

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Edited By: Antima Pal
Elvish Yadav Firing Case
Courtesy: social media

Elvish Yadav Firing Case: यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित घर पर 17 अगस्त को हुई फायरिंग की घटना ने सभी को चौंका दिया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो संदिग्ध शूटरों को गिरफ्तार किया है. इनका नाम गौरव सिंह और आदित्य तिवारी बताया जा रहा है. दोनों का संबंध कुख्यात हिमांशु भाऊ गैंग से होने की बात सामने आई है. पुलिस ने इन्हें दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में एक रात के ऑपरेशन के दौरान पकड़ा.

यह घटना सुबह करीब 5:30 बजे गुरुग्राम के सेक्टर-57 में हुई, जब तीन नकाबपोश हमलावरों ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर एल्विश के घर के बाहर 24 से ज्यादा गोलियां चलाईं. उस समय एल्विश घर पर नहीं थे, लेकिन उनके परिवार के सदस्य मौजूद थे. सौभाग्य से इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ. सीसीटीवी फुटेज में तीन हमलावर दिखाई दिए, जिनमें से दो ने गोलियां चलाईं, जबकि तीसरा मोटरसाइकिल चला रहा था.

हिमांशु भाऊ गैंग ने सोशल मीडिया पर इस हमले की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि एल्विश यादव अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा दे रहे थे, जिसके कारण यह हमला किया गया. गैंग ने अन्य सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को भी ऐसी गतिविधियों से दूर रहने की चेतावनी दी. पुलिस ने बताया कि गौरव और आदित्य को गैंग के निर्देश पर काम करने का शक है. दोनों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे घटना के बाद भारत-नेपाल सीमा की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन गैंग के कहने पर दिल्ली लौट आए.

पिस्तौल, चार कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद

पुलिस ने इनके पास से एक पिस्तौल, चार कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद किया है. गौरव का पहले भी राजस्थान में एक मूर्ति तोड़फोड़ के मामले में नाम सामने आ चुका है, जबकि आदित्य का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि हमले के पीछे की पूरी साजिश और अन्य संदिग्धों का पता लगाया जा सके.