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'जानवरों ने नोच खाए शरीर...' टीचर मनीषा हत्याकांड को लेकर बड़ा खुलासा; इस कारण टूटी गर्दन की हड्डियां

पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन मित्तल ने सोमवार शाम जांच समिति के साथ बैठक के बाद दावा किया कि मनीषा के चेहरे पर किसी भी तरह का तेजाब डाले जाने की पुष्टि नहीं हुई है.

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Edited By: Princy Sharma
Bhiwani Murder case Teacher
Courtesy: X

Bhiwani Murder case Teacher: भिवानी के ढाणी लक्ष्मण निवासी शिक्षिका मनीषा की कीटनाशक के जहर से मौत हो गई. पीजीआई के फोरेंसिक विभाग ने पुष्टि की है कि शिक्षिका मनीषा की मौत जहर के प्रभाव से हुई है. रिपोर्ट में मोनोप्रोटोफॉस कीटनाशक पाया गया है. यह शरीर के लिए बेहद हानिकारक है.

पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन मित्तल ने सोमवार शाम जांच समिति के साथ बैठक के बाद दावा किया कि मनीषा के चेहरे पर किसी भी तरह का तेजाब डाले जाने की पुष्टि नहीं हुई है. एमएस ने कहा कि मनीषा की एफएसएल रिपोर्ट की जांच के लिए पीजीआई में डॉक्टरों का एक पैनल गठित किया गया है.

भिवानी के बाद, पीजीआई में शव का पोस्टमार्टम भी किया गया. रिपोर्ट में महिला के साथ बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई. शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं थे. गर्दन पर मिले निशान किसी जंगली जानवर के काटने के हैं. इसी वजह से गर्दन की हड्डियां टूटी हुई थीं. गला घोंटने की कोई बात नहीं हुई थी.

शव मिलने के 5 दिन बाद मिला सुसाइड नोट

भिवानी से कुछ शवों के टुकड़े मधुबन लैब और कुछ पीजीआई रोहतक की टीम को जांच के लिए भेजे गए हैं. इनकी रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी. सोमवार दोपहर पुलिस ने दावा किया कि मनीषा का शव मिलने के पांच दिन बाद उन्हें एक सुसाइड नोट मिला है. पुलिस ने यह भी दावा किया कि मनीषा ने अपनी मौत से पहले 11 अगस्त को एक दुकान से कीटनाशक खरीदा था, जिसकी पुष्टि हो गई है. इस बीच, धरना समिति ने पुलिस जांच पर नाराजगी जताई और मामले की सीबीआई जांच की मांग की.

पुलिस ने प्रयोगशाला में 10 नमूने भेजे थे

मनीषा की मौत के मामले में, भिवानी पुलिस ने शव का दो बार पोस्टमार्टम किया है. पहला पोस्टमार्टम 13 अगस्त को भिवानी जिला नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों के एक बोर्ड द्वारा किया गया था. दूसरा पोस्टमार्टम 15 अगस्त को पीजीआई रोहतक में डॉक्टरों के एक बोर्ड द्वारा किया गया था. पुलिस ने एफएसएल जांच के लिए प्रयोगशाला में 10 नमूने भेजे थे.

पुलिस की गहन जांच जारी

भिवानी के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार का कहना है कि मनीषा की मौत के मामले में पुलिस गहन जांच कर रही है. पुलिस अभी तक इस मामले में किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. पुलिस ने लैब से प्राप्त विसरा जांच रिपोर्ट भी परिवार को दे दी है. इस पर परिवार ने कुछ सवाल उठाए हैं. परिवार इस मामले में पूरी तरह संतुष्ट होगा. पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है.

सीबीआई जांच की मांग 

मनीषा की मौत के मामले में गठित धरना समिति के सदस्य और भाकियू युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि परिवार पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है. अब 25 सदस्यीय समिति की बैठक होगी. मनीषा की एफएसएल जांच को लेकर प्रशासन या पुलिस से कोई चर्चा नहीं हुई है. पुलिस के पास अभी भी कई सवालों के जवाब हैं. परिवार और समिति की मांग है कि मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए. मनीषा के शव के अंतिम संस्कार पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है.

मनीषा के हत्यारों की गिरफ्तारी और उन्हें फांसी देने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों ने राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किए. हिसार में, सामाजिक संगठन के सदस्य हरीश वर्मा ने हत्यारों का सुराग देने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की.

मनीषा का अंतिम संस्कार 

ढाणी लक्ष्मण निवासी शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में विसरा रिपोर्ट आने के बाद देर रात तक बैठकें चलती रहीं. ढिगावा मंडी स्थित विश्राम गृह में ग्रामीणों की मौजूदगी में धरना समिति के सदस्यों और पीड़ित परिवार की बैठक रात 12:30 बजे तक चली. समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षिका की मृत्यु को काफी समय हो गया है. शव का सम्मान करते हुए हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाएगा. सिंघानी सरपंच संजीत और किसान नेता रवि आजाद ने मीडिया को बताया कि जांच जारी रहेगी.

अब रिपोर्ट और शव की हालत को देखते हुए अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया गया है. इधर, मनीषा के दादा रोते हुए सभा से बाहर निकल गए. हालाँकि, बाहर मौजूद भीड़ यही कहती रही कि यह फैसला प्रशासन के दबाव में लिया गया है.

गुमराह करने की कोशिश 

परिवार का कहना है कि कोई व्यक्ति अपना गला कैसे काट सकता है और चेहरे पर तेज़ाब कैसे डाल सकता है. जिस दिन मनीषा का शव खेत में मिला था, पुलिस ने साफ तौर पर कहा था कि उसकी हत्या हुई है. अब पुलिस सुसाइड नोट का हवाला देकर पूरे मामले को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. मनीषा को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी.
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