दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है. राजधानी में यमुना नदी खतरे के करीब पहुंच चुकी है, वहीं सड़कों पर जलभराव और पुलों के बंद होने से आमजन की जिंदगी थम-सी गई है. गुरुग्राम में डैम टूटने से बाढ़ जैसे हालात हैं, तो नोएडा और गाजियाबाद में पानी से सड़कें और खेत डूब गए हैं. प्रशासन ने कई इलाकों में आपात कदम उठाते हुए लोगों की सुरक्षा के लिए पाबंदियां लगाई हैं.
यमुना का पानी तेजी से बढ़ते हुए 206.36 मीटर तक पहुंच गया है. यह स्तर 13 जुलाई 2023 को दर्ज हुए उसके रिकॉर्ड स्तर 208.66 मीटर से केवल 2.30 मीटर नीचे है. हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 1.76 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि वजीराबाद से 93,260 क्यूसेक और ओखला से 1.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से हालात और बिगड़ गए. पुराना रेलवे ब्रिज (ओआरबी) बंद कर दिया गया है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है. मूर्ति विसर्जन पर भी रोक लगा दी गई है.
लगातार बारिश ने दिल्ली-एनसीआर की सड़कों को तालाब में बदल दिया है. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर घंटों लंबा जाम लगा रहा. दिल्ली के जनकपुरी इलाके में सड़क धंसकर करीब 10 फुट का गड्ढा हो गया, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया. तापमान में भी अचानक 5 से 7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे मौसम ठंडा हो गया है.
गुरुग्राम में अरावली बांध टूटने से कई गांवों में पानी भर गया और घरों को नुकसान का खतरा मंडरा रहा है. नगर निगम और जिला प्रशासन ने पंप लगाकर पानी निकालने की कोशिशें तेज की हैं, लेकिन हालात पर काबू पाना मुश्किल साबित हो रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोग रातभर ट्रैफिक में फंसे नजर आए.
VIDEO | Delhi rains: Yamuna water level rises to 206.03 metres, the highest of the year so far; surpasses the danger mark of 205.33 metres and breaches the evacuation level of 206 metres. Authorities on alert.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 2, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/U8d2WiN43Y
गाजियाबाद में दिल्ली-Meerut हाईवे डूब गया, जबकि नोएडा के सेक्टर-128 में खेत और झुग्गियां जलमग्न हो गईं. सोनीपत में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 कई जगह डूब गया है. शनि मंदिर रेलवे अंडरपास तालाब में बदल गया है. उत्तर भारत के कई राज्यों में लगातार बारिश ने स्कूलों को बंद करा दिया है और यात्राओं पर रोक लगा दी गई है. हिमालयी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के चलते मंदिर यात्राओं को भी निलंबित कर दिया गया है.