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जेएनयू में हिंसक हुआ छात्रों प्रदर्शन, 6 पुलिसकर्मी हुए घायल, 28 छात्र हिरासत में

JNU Student Protest: पुलिस के अनुसार, छात्रों को कई बार समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने जबरन बैरिकेड्स हटाकर आगे बढ़ने का प्रयास किया. स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने कुल 28 छात्रों को हिरासत में लिया, जिनमें 19 पुरुष और 9 महिला छात्राएं शामिल हैं.

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Edited By: Kanhaiya Kumar Jha
JNU Student Protest
Courtesy: Gemini AI

JNU Student Protest: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शनिवार को देर शाम छात्र प्रदर्शन के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई. करीब 70 से 80 छात्रों का समूह, जिनमें छात्राएं भी शामिल थीं, वेस्ट गेट पर एकत्र हुआ और पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर नेल्सन मंडेला मार्ग पर आ गया.

पुलिस के अनुसार, छात्रों को कई बार समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने जबरन बैरिकेड्स हटाकर आगे बढ़ने का प्रयास किया. इस दौरान छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हुई तथा अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया गया. प्रदर्शन के चलते कुछ समय के लिए सड़क पर यातायात बाधित रहा.

पुलिस ने 28 छात्रों को लिया हिरासत में

स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने कुल 28 छात्रों को हिरासत में लिया, जिनमें 19 पुरुष और 9 महिला छात्राएं शामिल हैं. हिरासत में लिए गए छात्रों में छात्रसंघ अध्यक्ष नितेश कुमार, उपाध्यक्ष मनीषा और महासचिव मुन्तिया फातिमा भी शामिल हैं. इस झड़प में छह पुलिसकर्मी (चार पुरुष और दो महिला) घायल हुए हैं, जिन्हें चिकित्सकीय जांच के लिए अस्पताल भेजा गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

छात्रसंघ अध्यक्ष पर लगाया गया जुर्माना

विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रदर्शन को नियमों की अवहेलना करार देते हुए छात्रसंघ अध्यक्ष नितेश कुमार पर ₹10,000 का जुर्माना लगाया है. यह आदेश जेएनयू चीफ प्रॉक्टर कार्यालय द्वारा जारी किया गया है. आदेश के अनुसार, छात्र संघ अध्यक्ष को Dean of Students Office के 100 मीटर के दायरे में प्रदर्शन करने, एडमिन ब्लॉक में जबरन घुसने, दरवाजा तोड़ने और विश्वविद्यालय की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का दोषी पाया गया.

प्रशासन ने इसे गंभीर कृत्य माना है, हालांकि छात्र के करियर को ध्यान में रखते हुए केवल जुर्माना लगाया गया है. आदेश के अनुसार, जुर्माना राशि दस दिन के भीतर जमा करानी होगी. साथ ही इस आदेश के खिलाफ 20 दिन के भीतर अपील की जा सकेगी.

हॉस्टल खाली करने के नोटिस पर था प्रदर्शन

यह प्रदर्शन कुछ महीने पहले छात्रों को हॉस्टल खाली करने के नोटिस दिए जाने के विरोध में छात्रसंघ द्वारा आयोजित किया गया था. प्रशासन ने प्रदर्शन में शामिल अन्य छात्रों पर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए जुर्माने का आदेश जारी किया है.