Delhi weather: दिल्लीवालों को गर्मी और उमस से कुछ राहत मिली है, लेकिन ये राहत थोड़ी परेशानियों के साथ आई है. राजधानी में शुक्रवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहाना हो गया. हालांकि, कुछ इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं.
आईएमडी (भारतीय मौसम विभाग) ने साफ कर दिया है कि अभी बारिश का सिलसिला थमने वाला नहीं है. 8 जुलाई तक दिल्ली में बादल मेहरबान रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी. इसके लिए येलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है, ताकि लोग सतर्क रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें.
शुक्रवार को जहां सफदरजंग स्टेशन ने कोई बारिश दर्ज नहीं की, वहीं पूसा, जनकपुरी, रिज और पालम जैसे इलाकों में अच्छी खासी बारिश दर्ज की गई. पूसा में दोपहर तक 34.5 मिमी, जनकपुरी में करीब 15.5 मिमी, रिज में 4.4 मिमी और पालम में 5.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई.
आईएमडी के मुताबिक, 15.5 मिमी तक की वर्षा हल्की, 15.6 से 64.4 मिमी तक मध्यम और उससे ऊपर भारी बारिश मानी जाती है.
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली में 6 से 8 जुलाई के बीच मानसून की सक्रियता अपने चरम पर होगी. इसकी वजह यह है कि मानसून की अक्ष रेखा राजधानी के काफी करीब पहुंच गई है. इससे लगातार बारिश की संभावना बनी हुई है.
दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार नौवें दिन 'संतोषजनक' श्रेणी में रही. शुक्रवार को AQI 78 दर्ज किया गया. दूसरी ओर, बारिश के कारण शहर की कई आंतरिक सड़कों पर जलभराव देखा गया, खासतौर पर नरेला, रोहिणी, मंगोलपुरी, महावीर एन्क्लेव जैसे इलाकों में.
हालांकि, अंडरपास में जलभराव की कोई खबर नहीं आई, लेकिन कई इलाकों में गड्ढों में पानी भरने और गाड़ियों के खराब होने से जाम लग गया.
PWD का कहना है कि 90% नालों की सफाई हो चुकी है और बाकी कार्यों पर तेजी से काम जारी है. अधिकारियों का कहना है कि टेंडर में देरी और संसाधनों की कमी के कारण अब तक कुछ इलाकों में काम अधूरा है.