इजरायली हवाई हमलों के बीच गाजा में हालात बदतर होने के साथ, खबरें सामने आई हैं कि हमास के वरिष्ठ नेताओं के परिवार क्षेत्र छोड़कर जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों में असंतोष बढ़ रहा है. यनेट के अनुसार, पूर्व हमास नेता याह्या सिनवार की पत्नी समर अबू जामर अपने बच्चों के साथ हमास की सुरंग में देखी गई थीं और बाद में नकली पासपोर्ट के जरिए तुर्की चली गईं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास के प्रमुख नेताओं के परिवार संघर्ष की शुरुआत में ही गाजा से निकाले गए. इन परिवारों ने कथित तौर पर नकली दस्तावेजों और बाहरी समर्थन नेटवर्क का उपयोग किया. यनेट के सूत्रों ने बताया कि समर अबू जामर ने राफा सीमा पार कर तुर्की में प्रवेश किया. एक सूत्र ने कहा, "वह अब यहां नहीं हैं. उन्होंने नकली पासपोर्ट का उपयोग कर राफा सीमा पार की." यह सुविधा सामान्य नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं है, जिससे स्थानीय लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है.
समर अबू जामर का तुर्की में नया जीवन
इजरायली सेना ने जनवरी में सबूत जारी किए हैं, जिसमें समर अबू जामर अपने बच्चों के साथ हमास की सुरंग में दिखाई दी थीं. बाद में सूत्रों ने बताया कि सिनवार की मौत के बाद उन्होंने तुर्की में हमास के अधिकारी फाठी हम्माद की व्यवस्था से दोबारा शादी की. समर पहले भी सुरंगों में लग्जरी हर्मेस बिर्किन हैंडबैग ले जाने के लिए आलोचना झेल चुकी हैं.
अन्य नेताओं की पत्नियों का पलायन
मुहम्मद सिनवार की पत्नी नजवा सिनवार के बारे में भी खबरें हैं कि उन्होंने अपने पति की मृत्यु से पहले बच्चों के साथ गाजा छोड़ दिया. इजरायली अधिकारियों ने पुष्टि की कि दोनों महिलाएं राफा क्रॉसिंग के जरिए बाहर निकलीं.
स्थानीय लोगों में फैला गुस्सा
गाजा के एक बचे हुए निवासी ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "वे अपने बच्चों को तुर्की और कतर में पढ़ने भेजते हैं—और हमारे बच्चों को कब्र में." विश्लेषकों का कहना है कि हमास के पास नेताओं के परिवारों को निकालने के लिए नकली दस्तावेजों और राजनयिक संबंधों का एक स्थापित नेटवर्क है.
अपवाद: मोहम्मद देफ की पत्नी
हालांकि, हमास कमांडर मोहम्मद देफ की पत्नी उम्म खालिद ने हाल के फुटेज में अपने बच्चों के साथ घर पर रहने की बात कही. उन्होंने कहा, "हमारे घर में चार गद्दे और एक चटाई है. युद्ध से पहले भी ऐसा था, और बाद में भी. मैं भाग नहीं रही. मैं अपने लोगों के साथ हूं."
जनता का सवाल
मानवीय स्थिति बिगड़ने के साथ, निवासी अपने नेतृत्व की प्रतिबद्धता पर सवाल उठा रहे हैं. एक स्थानीय ने पूछा, "क्या हमने प्रतिरोध के लिए बोझ उठाया, या सिर्फ इसलिए कि हमास नेता दोहा और इस्तांबुल के पांच सितारा होटलों में रह सकें?"