नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार की सुबह सीजन की कड़ाके की ठंड महसूस की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.6 डिग्री कम है. यह पिछले तीन वर्षों में नवंबर महीने की सबसे ठंडी सुबह साबित हुई.
इससे पहले नवंबर में सबसे कम तापमान 29 नवंबर 2022 को 7.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था. वहीं पिछले दो वर्षों यानी 2023 और 2024 में नवंबर महीने का न्यूनतम तापमान क्रमशः 9.2 और 9.5 डिग्री रहा था.
स्काइमेट के मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि आने वाले दिनों में दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना है, जिसके बाद ठंड और बढ़ सकती है. उन्होंने कहा कि जब तक बारिश नहीं होगी, दिन का तापमान ज्यादा गिरावट नहीं दिखाएगा, लेकिन बारिश के बाद पारा तेजी से नीचे आएगा. पलावत के मुताबिक उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर राजधानी और मैदानी राज्यों में भी दिखने लगा है, जिससे सुबह और रात के समय ठिठुरन बढ़ सकती है.
सोमवार सुबह दिल्ली में आर्द्रता का स्तर 92 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया. IMD ने दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है और अधिकतम तापमान लगभग 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
IMD ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 18 और 19 नवंबर को पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में शीतलहर से लेकर गंभीर शीतलहर की स्थिति बन सकती है. इसके अलावा 18–20 नवंबर के दौरान पूर्वी राजस्थान और पूर्वी मध्य प्रदेश में भी शीतलहर चलने का अनुमान है. वहीं छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ में भी 18 व 19 नवंबर को पारा तेजी से गिरने की संभावना है.
दक्षिण भारत में मौसम का मिजाज अलग है. तमिलनाडु, दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के पास बने निम्न दबाव क्षेत्र के सक्रिय होने की वजह से दक्षिणी हिस्सों में लगातार बारिश हो सकती है. IMD के अनुसार यह सिस्टम अगले 24 घंटों में धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तरी दिशा में बढ़ेगा.
इसके अलावा 22 नवंबर के आसपास बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी में एक और निम्न दबाव क्षेत्र बनने के संकेत हैं, जो अगले 48 घंटों में और मजबूत हो सकता है. इसके चलते दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बारिश होगी, जिसका असर मैदानी इलाकों के तापमान पर भी पड़ेगा और ठंड में बढ़ोतरी हो सकती है.