Delhi-NCR Weather: दिल्ली में बारिश, आंधी और हवाओं से गर्मी से राहत मिली भारतीय मौसम विभाग ने शहर में भयंकर तूफान और तेज हवा चलने की भविष्यवाणी की है तथा दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को घरों के अंदर रहने की चेतावनी दी है. कई दिनों तक भीषण गर्मी के बाद राष्ट्रीय राजधानी में लोगों को रविवार सुबह गर्मी से धीरे-धीरे राहत मिली, क्योंकि शहर के कई हिस्सों में हल्की बारिश, आंधी और तेज हवाएं चलीं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शहर में भयंकर तूफान और तेज हवा चलने की भविष्यवाणी की है तथा दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के निवासियों को घरों के अंदर रहने की चेतावनी दी है.
आईएमडी के अनुसार, रविवार तड़के राजधानी में 'गर्जन और बिजली के साथ मध्यम से तीव्र बारिश हुई तथा 80-100 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलीं.' सफदरजंग में 0348 से 0350 बजे तथा 0358 से 0400 बजे के बीच ओलावृष्टि के साथ दो बार आंधी-तूफान दर्ज किया गया. आईएमडी ने बताया कि पहले तूफान में 82 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं, जबकि दूसरे तूफान में हवा की अधिकतम गति 104 किलोमीटर प्रति घंटे रही.
मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया है. आईएमडी की सलाह में कहा गया है, घर के अंदर रहें और जब तक आवश्यक न हो यात्रा करने से बचें, क्योंकि उड़ते मलबे और कम दृश्यता के कारण सड़कों पर खतरा पैदा हो रहा है. दिल्ली के आधिकारिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने शुक्रवार को अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया - जो गुरुवार से 2.7 डिग्री कम है, लेकिन फिर भी सामान्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है. न्यूनतम तापमान 31.0 डिग्री सेल्सियस पर उच्च रहा, जो मौसमी औसत से 3 डिग्री सेल्सियस कम है. आर्द्रता का स्तर 51 प्रतिशत और 69 प्रतिशत के बीच रहा, जिससे पूरे दिन मौसम गर्म और असहज बना रहा.
आईएमडी अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 19 जून तक आमतौर पर बादल छाए रहेंगे तथा हल्की से मध्यम वर्षा, गरज के साथ छींटे, धूल भरी आंधी और बिजली गिरने की संभावना है. गरज के साथ छींटे पड़ने के दौरान तेज हवाएं भी चलने की संभावना है. एक गंभीर चेतावनी स्तर - जारी किए जाने के बाद आया है, क्योंकि राजधानी में भीषण गर्मी की स्थिति थी. दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो मौसमी औसत से चार डिग्री अधिक है.
मौसम विभाग ने रविवार सुबह आंशिक रूप से बादल छाए रहने तथा आंधी और बारिश की संभावना जताई है, जिससे भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने की संभावना है. आईएमडी ने अपने विस्तारित अवधि के पूर्वानुमान में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 12 से 18 जून के बीच मध्य और पूर्वी भारत के शेष हिस्सों तथा उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में आगे बढ़ने की संभावना है. इसके 19 से 25 जून के बीच दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में पहुंचने की उम्मीद है.
खबर एजेंसी की मानें आईएएनएस ने दिल्ली में मानसून को लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया है. दिल्ली में मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि 30 जून के आसपास है. इस वर्ष, यह केरल में 24 मई को पहुंचा - जो कि सामान्य आगमन तिथि 1 जून से काफी पहले है - तथा मुम्बई में 26 मई को पहुंचा, जो कि सामान्य से 16 दिन पहले है. आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल मानसून 28 जून को और 2023 में 26 जून को दिल्ली पहुंचा था. पिछले वर्षों में, यह 30 जून (2022), 13 जुलाई (2021) और 25 जून (2020) को आया था. लगभग 10 दिनों के विराम के बाद, मानसून ने पुनः गति पकड़ ली है, विशेषकर दक्षिणी भारत में.
बुधवार से केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, कोंकण और महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी से लेकर बहुत भारी बारिश हो रही है. यह नई गतिविधि उत्तर की ओर एक मजबूत कदम का संकेत है, जो देश भर में मानसून की तेज़ प्रगति का संकेत है. आईएमडी ने यह भी कहा है कि मानसून का दूसरा चरण पूर्वी भारत में फैलने की उम्मीद है, जिससे अगले सप्ताह पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होगी.