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India Daily

राजधानी में जहरीली हवा और ठंड की दोहरी मार, जानें तापमान के साथ-साथ कितना है आज का AQI

दिल्ली में आज ठंड और प्रदूषण का डबल अटैक जारी रहा. सुबह AQI 257 और कई जगहों पर इससे भी खराब स्तर दर्ज किया गया. तापमान में गिरावट के साथ घना धुंध छाया रहा और विजिबिलिटी कम रही.

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Edited By: Km Jaya
Pollution in Delhi India daily
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण और ठंड का डबल अटैक लगातार बढ़ता जा रहा है. राजधानी में आज सुबह फिर धुंध और ठिठुरन दोनों देखने को मिला. सुबह के समय सड़कों, इमारतों और आसपास की हवा पर घना स्मॉग फैला हुआ दिखा. हवा में नमी के साथ जहरीले कण तैरते महसूस हुए, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा. 

मौसम विभाग पहले ही चेतावनी जारी कर चुका है कि उत्तर भारत में बढ़ती ठंड और प्रदूषण का मेल आने वाले दिनों में हालात को और मुश्किल बना सकता है. दिल्ली में आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 257 दर्ज किया गया, जो 'Poor' श्रेणी में आता है. प्रमुख क्षेत्रों जैसे इंडिया गेट, कर्तव्य पथ और अक्षरधाम के आसपास भी सुबह घना धुंध देखने को मिला. हालांकि कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार दर्ज किया गया है. 

प्रदूषण से क्या-क्या हो रही दिक्कतें?

प्रदूषण बढ़ने से आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण बढ़ रहे हैं. दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों में स्थिति और गंभीर दिखाई दे रही है. आईटीओ क्षेत्र में AQI 269 दर्ज हुआ, जो खराब श्रेणी में ही आता है. यहां सुबह घना धुंध छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी भी कम हो गई. सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई और लोगों को सफर में कठिनाई का सामना करना पड़ा. 

आईएमडी की ओर से क्या बताया गया?

आईएमडी के अनुसार, आज अधिकतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. वहीं न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. ठंड बढ़ने के साथ सुबह और शाम की ठिठुरन में और इजाफा हो सकता है. प्रदूषण विशेषज्ञों का कहना है कि 'Poor' श्रेणी की हवा स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है. बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह स्थिति अधिक नुकसानदायक मानी जा रही है. 

डॉक्टरों की सलाह है कि जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें और मास्क का इस्तेमाल करें. मौसम विभाग का कहना है कि हवा की दिशा और गति बढ़ने पर प्रदूषण में सुधार संभव है, लेकिन फिलहाल किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं दिख रही है.

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