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मानसून से पहले ही दिल्ली ने तोड़ा सालों का रिकॉर्ड, 125 साल बाद मई में सबसे ज्यादा हुई बारिश? जानिए IMD की भविष्यवाणी

सफदरजंग में अगस्त 2024 में दो और भारी बारिश के दिन देखे गए. रिज और पीतमपुरा सहित शहर के कुछ हिस्सों में पिछले साल जुलाई में भी भारी बारिश दर्ज की गई थी. 1 जून से 30 सितंबर तक मानसून अवधि के लिए आईएमडी के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि 2021 में मानसून के दौरान सात भारी बारिश वाले दिन कम से कम 60 वर्षों में सबसे अधिक थे. दिल्ली में 2023 के मानसून में दो दिन भारी बारिश हुई और 2022 में ऐसा सिर्फ़ एक दिन हुआ.

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Edited By: Reepu Kumari
Delhi Monsoon
Courtesy: Pinterest

Delhi Monsoon: दिल्ली में 1901 के बाद से मई में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई.भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-हरियाणा-चंडीगढ़ सब-डिवीजन में सामान्य से ज़्यादा बारिश की भविष्यवाणी की है. पिछले डेटा के विश्लेषण से पता चलता है कि राजधानी में आमतौर पर मानसून के दौरान दो से तीन दिन भारी बारिश होती है, जिससे शहर जलमग्न हो जाता है. जब पिछले साल 28 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून शहर में पहुंचा, तो दिल्ली में एक दिन में बहुत ज़्यादा बारिश हुई.

यह 1936 के बाद से जून में एक दिन में दर्ज की गई सबसे ज्यादा बारिश थी. इसने शहर को थम सा दिया, लगभग पूरी दिल्ली जलमग्न हो गई, कई पेड़ उखड़ गए, घंटों तक ट्रैफ़िक जाम रहा, IGI एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 पर छत गिरने से विमान सेवा बाधित हुई, बिजली आपूर्ति बाधित हुई और चार लोगों की मौत हो गई. हालांकि, मानसून के दौरान भारी बारिश जारी रही.

60 वर्षों का रिकॉर्ड

सफदरजंग में अगस्त 2024 में दो और भारी बारिश के दिन देखे गए. रिज और पीतमपुरा सहित शहर के कुछ हिस्सों में पिछले साल जुलाई में भी भारी बारिश दर्ज की गई थी. 1 जून से 30 सितंबर तक मानसून अवधि के लिए आईएमडी के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि 2021 में मानसून के दौरान सात भारी बारिश वाले दिन कम से कम 60 वर्षों में सबसे अधिक थे. दिल्ली में 2023 के मानसून में दो दिन भारी बारिश हुई और 2022 में ऐसा सिर्फ़ एक दिन हुआ.

भारी बारिश

दिल्ली में बहुत भारी और बेहद भारी बारिश वाले दिन असामान्य हैं. हालांकि आईएमडी ने यह निर्दिष्ट नहीं किया है कि शहर में मानसून कब आएगा, मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली, चंडीगढ़ और हरियाणा (उत्तर-पश्चिम क्षेत्र का एक उपखंड) के लिए, इस मानसून के मौसम में लंबी अवधि के औसत (एलपीए) के 114% से अधिक बारिश होने की उम्मीद है. 

अधिक बारिश होने की संभावना

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा है, 'दिल्ली-हरियाणा -चंडीगढ़ उपखंड में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है.' मानसून केरल में 24 मई को पहुंचा, जो कि 1 जून को अपने सामान्य आगमन से सात दिन पहले था. यह 11 जून की अपनी सामान्य शुरुआत की तारीख से 26 मई को मुंबई पहुंचा. एक अधिकारी ने कहा, 'हम मानसून की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं.'

कितनी हुई थी बारिश? 

पिछले मानसून में राजधानी में 1,029.9 मिमी बारिश हुई, जो 640.4 मिमी के एलपीए से 62% अधिक थी. 2023 और 2022 के मानसून सीजन में, दिल्ली में क्रमशः 660.8 और 516.9 मिमी बारिश दर्ज की गई. हालांकि, 2021 1964 के बाद से सबसे अधिक बारिश वाला मानसून था, क्योंकि सफदरजंग में 1,176.4 मिमी बारिश दर्ज की गई थी.

प्री-मानसून सीजन

आईएमडी के अनुसार, 24 घंटों में दर्ज की गई 2.4 मिमी बारिश को बहुत हल्की बारिश माना जाता है, जबकि हल्की बारिश 2.5 मिमी और 15.5 मिमी के बीच होती है. 15.6 मिमी से 64.4 मिमी के बीच दर्ज की गई बारिश को मध्यम श्रेणी में रखा जाता है, जबकि 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक की बारिश को भारी माना जाता है.