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India Daily

'ये सिस्टम की असफलता, जवाबदेही तय हो...', मनसा देवी भगदड़ पर अरविंद केजरीवाल का धामी सरकार पर फूटा गुस्सा

हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की दुखद घटना पर AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने इसे व्यवस्थागत विफलता करार देते हुए उत्तराखंड सरकार से जवाबदेही तय करने और उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है.

Yogita Tyagi
Edited By: Yogita Tyagi
Arvind Kejriwal stampede in Mansa Devi temple

उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित पवित्र मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की दुखद घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस त्रासदी पर आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे व्यवस्थागत विफलता का परिणाम बताया है. उन्होंने उत्तराखंड सरकार से जवाबदेही तय करने और इस घटना की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है.

अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, “धर्मनगरी हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की हृदयविदारक घटना से मन व्यथित है. जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया, ईश्वर उन्हें शक्ति दें और दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. धार्मिक स्थलों पर ऐसी भयावह घटनाएं व्यवस्थाओं की लापरवाही को उजागर करती हैं. ये सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की असफलता है, जिसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए.”

बयान के बाद BJP की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

उनके इस बयान ने उत्तराखंड की बीजेपी सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. हरिद्वार, जो सावन के महीने में लाखों श्रद्धालुओं का स्वागत करता है, वहां भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था में बार-बार चूक क्यों हो रही है? यह सवाल अब सरकार के लिए जवाब देना अनिवार्य हो गया है.

प्रशासनिक लापरवाही का आरोप

आम आदमी पार्टी ने इस घटना को प्रशासनिक लापरवाही और राजनीतिक उदासीनता का परिणाम करार दिया है. AAP नेताओं ने तर्क दिया कि सावन के महीने में मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ का अनुमान पहले से था, फिर भी पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं किए गए? पार्टी ने मांग की है कि इस हादसे की पारदर्शी और उच्चस्तरीय न्यायिक जांच हो, ताकि दोषियों को सजा मिले और पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके.

जवाबदेही की उठी मांग

AAP ने स्पष्ट किया कि इस तरह की घटनाओं को केवल हादसा कहकर खानापूरी नहीं की जा सकती. सरकार को अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करनी होगी. पार्टी ने कहा कि ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि भविष्य में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो.