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दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार, हटाए गए GRAP-3 के प्रतिबंध; और कड़े होंगे ग्रैप स्टेज 1 और 2 के नियम

दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 327 पर दर्ज हुआ. स्टेज III की पाबंदियां हटाई गई हैं, जबकि स्टेज I और II की कड़ी निगरानी जारी रहेगी.

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Edited By: Kuldeep Sharma
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Courtesy: social media

नई दिल्ली: दिल्ली में वायु गुणवत्ता धीरे-धीरे सुधर रही है और बुधवार को AQI 327 दर्ज हुआ. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने स्टेज III के तहत लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए हैं. हालांकि, स्टेज I और II के उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा. 

मौसम अभी भी चुनौतीपूर्ण है, जिससे वायु गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है. अधिकारियों ने कहा कि सभी एजेंसियों को पूरी सतर्कता के साथ नियम लागू करने और AQI को गंभीर स्तर तक पहुंचने से रोकने के निर्देश दिए गए हैं.

स्टेज III प्रतिबंधों को हटाया गया

बुधवार से लागू हुए स्टेज III प्रतिबंध हटा दिए गए हैं. इसका मतलब है कि सार्वजनिक और निजी कार्यालयों पर लगाए गए कामकाजी समय और स्टाफ सीमा के नियम फिलहाल लागू नहीं रहेंगे. हालांकि, पहले से बंद किए गए निर्माण और ध्वस्तीकरण स्थल केवल विशेष अनुमति मिलने पर ही दोबारा काम शुरू कर सकते हैं. अधिकारियों का कहना है कि यह निर्णय AQI में सुधार और मौसम की स्थिति के आधार पर लिया गया है. इसके बावजूद, विंटर सीजन के दौरान प्रदूषण नियंत्रण चुनौतीपूर्ण रहेगा.

स्टेज I और II उपायों की सख्ती

GRAP के स्टेज I और II उपाय अभी भी प्रभावी रहेंगे. इसमें सभी एजेंसियों को नियमों का पालन सुनिश्चित करने, निगरानी बढ़ाने और वायु गुणवत्ता को गंभीर स्तर में गिरने से रोकने का निर्देश दिया गया है. विशेष रूप से निर्माण स्थलों, वाहनों और जनसंख्या क्षेत्रों पर सतर्क निगरानी की जाएगी. अधिकारियों ने कहा कि इन उपायों के तहत जनजीवन प्रभावित नहीं होगा, बल्कि प्रदूषण पर नियंत्रण सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.

GRAP में महत्वपूर्ण बदलाव

सुप्रीम कोर्ट ने GRAP में बड़े बदलाव को मंजूरी दी. अब स्टेज-4 की कड़ी नियमावली स्टेज-3 में आ गई है. इसका मतलब है कि जब AQI 301–400 तक पहुंचेगा, तो केंद्रीय और निजी कार्यालय आधी क्षमता पर काम करेंगे, और WFH लागू होगा. इसी तरह, स्टेज-3 के उपाय स्टेज- 2 में और स्टेज- 2 के उपाय स्टेज 1 में आ गए हैं, ताकि प्रदूषण के शुरुआती स्तर पर ही नियंत्रण सुनिश्चित हो सके.

निगरानी और भविष्य की योजना

सब कमिटी ने कहा है कि AQI की स्थिति पर निरंतर नजर रखी जाएगी. IMD और IITM से मिलने वाले भविष्यवाणी आंकड़ों के आधार पर नए निर्णय लिए जाएंगे. इसका उद्देश्य है कि वायु गुणवत्ता को स्थायी रूप से सुरक्षित स्तर पर बनाए रखा जा सके और सीवियर या सीवियर प्लस स्तर पर पहुंचने से रोका जा सके.

जनता और प्रशासन की भूमिका

अधिकारियों ने आम जनता और सरकारी एजेंसियों से सहयोग की अपील की है. लोगों से आग्रह किया गया है कि प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों में कमी लाएं और नियमों का पालन करें. प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि पूरे NCR क्षेत्र में स्टेज-I और II उपायों की कड़ी निगरानी की जाए. साथ ही, सभी संबंधित विभागों को सुनिश्चित करना है कि AQI में सुधार जारी रहे और विंटर सीजन के दौरान किसी भी आपात स्थिति का तुरंत समाधान हो.