बिहार में एक बार फिर से तेजस्वी यादव का खेल बिगाड़ने की तैयारी AIMIM प्रमुख ओवैसी ने कर लिया है. ओवैसी की पार्टी बिहार की दस सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ने जा रही है. पहले AIMIM एक सीट पर चुनाव लड़ रही थी. बताया जा रहा है कि राजद से ओवैसी नाराज है. उनकी नारजगी बिहार में महागठबंधन को भारी नुकसान पहुंचा सकती है.
असदुद्दीन ओवैसी इस लिए नाराज हैं क्योंकि उन्हें इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं किया. इसके बाद उन्होंने ये फैसला लिया है. AIMIM के प्रदेश महासचिव इंजीनियर आफताब आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की. बिहार में एआईएमआईएम के 10 सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद महागठबंधन खेमे में परेशानी बढ़ गई है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में पांच सीटे जीते थे. इससे बिहार में तेजस्वी यादव का खेल बिगड़ गया.
बिहार के किशनगंज में पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता मोहम्मद जावेद ने बाजी मारी थी. इतना ही नहीं, 2019 में बिहार में कांग्रेस सिर्फ इसी सीट पर जीत सकी थी. बताया जा रहा है कि ओवैसी की पार्टी की ओर से कुछ सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए गए हैं. कुछ सीटों पर जल्द ही कैंडिडेट घोषित किए जाएंगे. आफताब आलाम ने कहा कि सिर्फ किशनगंज से अख्तरुल इमान को चुनाव लड़ाया गया. हमें लगा था कि आरजेडी और कांग्रेस हमारा विरोध नहीं करेगी. मगर, किशनगंज में इन्होंने विरोध किया.
इंजीनियर आफताब आलम ने कहा कि किशनगंज के अलावा पार्टी अब और 9 सीटों पर अनपे प्रत्याशी उतारेगी. उनके मुताबिक शिवहर, गोपालगंज, पाटलिपुत्र, महराजगंज, मधुबनी, जहानाबाद, काराकाट और वाल्मीकिनगर या मोतिहारी में एक सीट से AIMIM चुनाव लड़ने की तैयारी में है. किशनगंज लोकसभा सीट पर पहले ही चुनाव लड़ चुकी है.