रविवार को पटना के गांधी मैदान में 'वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ' विरोध रैली के दौरान उस समय अप्रत्याशित स्थिति बन गई, जब पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भाषण के दौरान एक ड्रोन पोडियम से आकर टकरा गया. इस रैली में कई विपक्षी दलों के नेता मौजूद थे और सभी ने काले बैंड पहनकर विधेयक के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया. ड्रोन के गिरने से मंच पर थोड़ी देर के लिए घबराहट फैल गई, लेकिन तेजस्वी यादव ने तुरंत खुद को संभाला और अपना भाषण बिना रुके जारी रखा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में पटना की सेंट्रल एसपी दीक्षा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “हम इस घटना की जांच कर रहे हैं. यह एक प्रतिबंधित क्षेत्र था और वहां ऐसा कोई ऑब्जेक्ट नहीं आना चाहिए था. रैली के दौरान पुलिस टीम भीड़ को संभालने में व्यस्त थी, लेकिन इस मामले की पूरी तरह जांच की जाएगी.
वहीं तेजस्वी यादव ने इस घटना को राजनीतिक मंच बनाते हुए कहा कि बिहार में एनडीए सरकार अब जाने वाली है और अगर महागठबंधन सत्ता में लौटता है तो यह विवादास्पद कानून रद्द कर दिया जाएगा. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद जी ने स्पष्ट कर दिया है कि आरजेडी इस कानून का हर स्तर पर विरोध करेगी. हमारे सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में इसका विरोध किया है और हमने कोर्ट में भी चुनौती दी है.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अपने मुस्लिम भाइयों से अपील करता हूं कि वे याद रखें कि एनडीए सरकार अब जाने वाली है. नवंबर में गरीबों के हित में काम करने वाली सरकार सत्ता में आएगी और यह वक्फ कानून कूड़ेदान में चला जाएगा.”
तेजस्वी यादव ने कहा, “बीजेपी को यह याद दिलाने की जरूरत है कि इस देश को आज़ादी हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी के बलिदानों से मिली है. कोई भी यह न समझे कि देश उसके बाप की संपत्ति है.” उन्होंने आरोप लगाया कि “चुनाव आयोग बीजेपी की मदद करने के लिए मतदाता सूची की विशेष गहन समीक्षा कर रहा है. हमें इसे लेकर सतर्क रहना होगा और ऐसी किसी भी साज़िश को नाकाम करना होगा जो लोगों को उनके वोट देने के अधिकार से वंचित करे.”