Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद, भारत ने 14 दिन के भीतर इस हमले का जवाब दिया. भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त ताकत ने पाकिस्तान और PoK में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाकर पूरी तरह से नष्ट कर दिया. इस ऑपरेशन को 'ऑपरेशन सिंदूर' कहा गया, और इस कार्रवाई ने न केवल पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया, बल्कि पूरे देश को गर्व भी महसूस कराया.
ऑपरेशन सिंदूर से प्रेरित होकर बिहार के कई माता-पिता ने अपने नवजात बच्चों का नाम 'सिंदूरी' और 'सिंदूर' रखा है. काठियार जिले के बल्थी महेशपुर के संतोष कुमार मंडल (30) और उनकी पत्नी रेखा कुमारी (23) ने अपने नवजात बेटी का नाम 'सिंदूरी' रखा.
संतोष ने बताया, 'हमारी बेटी उसी दिन पैदा हुई थी जब भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. यह हमारे लिए गर्व का पल था और हम चाहते थे कि हमारी बेटी का नाम इस महान ऑपरेशन से जुड़ा हो.' संतोष और रेखा ने अपनी बेटी के भविष्य के लिए भी बड़े सपने देखे. उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि सिंदूरी भारतीय सेना में जाए और देश की सेवा करे.'
इसी तरह, मुजफ्फरपुर जिले के कन्हारा गांव के हिमांशु राज और जफरपुर के पवन सोनी ने भी अपने बच्चों का नाम 'सिंदूरी' और 'सिंदूर' रखा. पवन ने कहा, 'हम चाहते हैं कि हमारा बेटा भारतीय सेना में भर्ती हो और देश की रक्षा करे.' एक निजी अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ ने बताया कि 7 मई को 12 नवजात बच्चों का नाम 'ऑपरेशन सिंदूर' से प्रेरित होकर रखा गया है. यह घटना दर्शाती है कि ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारतीय सेना को गर्व का एहसास दिलाया है, बल्कि आम लोगों को भी अपने देश के प्रति गर्व और निष्ठा की भावना से भर दिया है.