पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना 14 नवंबर (गुरुवार) को राज्यभर के 46 केंद्रों पर होगी. दो चरणों में हुए मतदान के बाद अब नतीजों का इंतजार खत्म होने जा रहा है. सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी और शुरुआती दो घंटे बाद यानी करीब 10 बजे से रुझान आने लगेंगे. चुनाव आयोग ने मतगणना की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर नियुक्त मतगणना प्रेक्षकों (Observers) को तैनात कर दिया गया है.
चुनाव आयोग के अनुसार, मतगणना की प्रक्रिया सर्विस वोटों (पोस्टल बैलेट) की गिनती से शुरू होगी. इसके बाद सुबह 8:30 बजे से ईवीएम (EVM) के वोटों की गिनती प्रारंभ की जाएगी. इस बार आयोग ने एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है, अंतिम दो चरणों की गिनती शुरू करने से पहले सर्विस वोटों की गिनती पूरी करनी होगी.
आयोग ने बताया कि इस चुनाव में 67.10 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ है, जो पिछले चुनाव की तुलना में थोड़ा अधिक है. मतगणना के रुझान और परिणाम दोपहर तक आयोग की आधिकारिक वेबसाइट और बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO Bihar) की वेबसाइट पर दिखाई देने लगेंगे.
हर मतगणना केंद्र में ईवीएम की गिनती के लिए 14 टेबल लगाई गई हैं. इसके अलावा एक अतिरिक्त टेबल (14+1) सहायक निर्वाची पदाधिकारी के लिए होगी. प्रत्येक टेबल पर एक मतगणना सुपरवाइजर, एक सहायक और एक माइक्रो प्रेक्षक मौजूद रहेंगे.
सभी प्रत्याशी टेबल की संख्या के आधार पर अपने गणना अभिकर्ता (Counting Agents) की नियुक्ति कर सकेंगे. स्ट्रॉन्ग रूम (वज्रगृह) को निर्वाची पदाधिकारी, प्रेक्षक, प्रत्याशी और उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी में खोला जाएगा. वहां से ईवीएम को मतगणना हॉल में लाया जाएगा.
चुनाव आयोग के मुताबिक, दोपहर तक शुरुआती नतीजे आने शुरू हो जाएंगे, जबकि अंतिम परिणाम देर शाम तक घोषित किए जाने की संभावना है. कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल फोन या कंप्यूटर से पूरे बिहार या किसी विशेष विधानसभा क्षेत्र के नतीजे लाइव देख सकता है. इसके लिए आयोग ने वोटर हेल्पलाइन ऐप और electionresults.eci.gov.in वेबसाइट की व्यवस्था की है.
मीडिया सेंटर और डिस्प्ले की व्यवस्था
प्रत्येक मतगणना केंद्र पर मीडिया सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां से मतगणना की अद्यतन जानकारी प्रसारित की जाएगी. जिलास्तर पर डिस्प्ले स्क्रीन और माइकिंग सिस्टम के माध्यम से रियल टाइम परिणामों का प्रसारण किया जाएगा. पत्रकारों और पर्यवेक्षकों के लिए अलग से प्रवेश व्यवस्था की गई है ताकि जानकारी पारदर्शी रूप से साझा की जा सके.
मतगणना के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. प्रत्येक केंद्र के चारों ओर तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है:
पहला स्तर: 100 मीटर की परिधि में जिला सशस्त्र पुलिस की तैनाती रहेगी. केवल अधिकृत पासधारक को प्रवेश की अनुमति होगी.
मतगणना हॉल में मोबाइल फोन, कैलकुलेटर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, स्टील बर्तन या वीडियो कैमरा ले जाने की मनाही होगी. उम्मीदवारों के गणना अभिकर्ता अपने साथ केवल फॉर्म 17सी की छायाप्रति, सादा कागज, नोटपैड, पेन और पेंसिल रख सकेंगे.
चुनाव आयोग ने बिहार में 46 केंद्र बनाए हैं. इनमें प्रमुख जिलों के मतगणना स्थल इस प्रकार हैं:
इन सभी स्थानों पर मतगणना के लिए सुरक्षा बल, पर्यवेक्षक और तकनीकी टीमें पहले ही तैनात की जा चुकी हैं.
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि इस बार मतगणना प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शिता और सख्त निगरानी में पूरा किया जाएगा. प्रत्येक राउंड की जानकारी ऑनलाइन अपडेट की जाएगी. राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि हर जिले में निष्पक्ष और सुरक्षित मतगणना सुनिश्चित की जा रही है. किसी भी गड़बड़ी या अफवाह फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई होगी.
बिहार में 14 नवंबर का दिन राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम रहेगा. मतगणना केंद्रों पर जहां प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, वहीं मतदाताओं की निगाहें इस पर टिकी हैं कि किस दल को जनता का जनादेश मिलेगा. सुबह से शुरू होकर देर शाम तक चलने वाली यह प्रक्रिया तय करेगी कि बिहार की सत्ता की चाबी किसके हाथों में जाएगी.