भारतीय बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ ने दलीप ट्रॉफी में शतक ठोक दिया है. बेंगलुरु में बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ग्राउंड बी में वेस्ट जोन और सेंट्रल जोन के बीच दूसरे सेमीफाइनल के पहले दिन शतक जड़ दिया. यह गायकवाड़ के करियर का आठवां फर्स्ट क्लास शतक है उन्होंने 206 गेंदों पर 184 रन बनाए.
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान को इस साल की शुरुआत में आईपीएल सीजन के दौरान कोहनी में फ्रैक्चर हो गया था और वे चोटिल होकर बाहर हो गए थे. एमएस धोनी को बाकी सीजन के लिए अंतरिम कप्तान बनाया गया.
गायकवाड़ को इंग्लैंड दौरे के लिए भारत ए टीम में चुना गया था, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला. बाद में उनसे 22 जुलाई मंगलवार को स्कारबोरो के नॉर्थ मरीन रोड ग्राउंड पर सरे के खिलाफ होने वाले काउंटी चैंपियनशिप मैच से पहले यॉर्कशायर के साथ जुड़ने की उम्मीद थी, लेकिन आखिरी समय में निजी कारणों से उन्होंने इस मैच से नाम वापस ले लिया.
घरेलू टूर्नामेंट में की वापसी
घरेलू सीजन के शुरुआती टूर्नामेंट में वापसी करते हुए, गायकवाड़ रजत पाटीदार की अगुवाई वाली टीम के खिलाफ चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे, जब यशस्वी जायसवाल (तीन गेंदों पर चार रन) और हार्विक देसाई (चार गेंदों पर एक रन) जल्दी आउट हो गए. 28 वर्षीय गायकवाड़ ने बेंगलुरु की पिच पर खासकर लंच के बाद के सत्र में, स्पिनरों के सामने कोई रहम नहीं दिखाया.
सेलेक्टर्स को देना होगा ध्यान
गायकवाड़ के लिए यह शतक इससे बेहतर समय पर नहीं आ सकता था, क्योंकि अगले महीने की शुरुआत में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज के साथ, वह भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर सकते हैं. भारत के लिए छह वनडे और 23 टी20 मैच खेले हैं, और 2022 में पुरुष क्रिकेट में एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीतने में टीम का नेतृत्व भी किया है.