Hockey Asia Cup: भारत सरकार ने बिहार के राजगीर में आयोजित होने वाले एशिया कप और तमिलनाडु के मदुरै में होने वाले एफआईएच पुरुष जूनियर विश्व कप में पाकिस्तान हॉकी टीम की भागीदारी को हरी झंडी दिखा दी है. खेल मंत्रालय के विश्वसनीय सूत्रों ने इस महत्वपूर्ण निर्णय की पुष्टि की है.
सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्रालय (एमईए) और गृह मंत्रालय (एमएचए) ने पाकिस्तानी हॉकी खिलाड़ियों के लिए आवश्यक मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही, खिलाड़ियों के वीजा की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. इसकी जानकारी हॉकी इंडिया (एचआई) को दे दी गई है.
ओलंपिक चार्टर का पालन, खेल और राजनीति को रखा अलग
यह निर्णय भारत सरकार के उस दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें खेल और राजनीति को अलग रखते हुए ओलंपिक चार्टर के नियमों का पालन किया गया है. ओलंपिक चार्टर सभी देशों के बीच समावेशिता और सद्भाव को बढ़ावा देता है, चाहे उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो. यदि भारत ने पाकिस्तानी टीम की भागीदारी को अस्वीकार किया होता, तो उसे अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) से कठोर दंड का सामना करना पड़ सकता था. खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, "हम किसी भी टीम के भारत में बहु-राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन द्विपक्षीय प्रतियोगिता अलग बात है. पाकिस्तान की हॉकी टीम एशिया कप और जूनियर विश्व कप के लिए भारत आएगी, क्योंकि अन्य टीमें भी आ रही हैं. संबंधित मंत्रालयों से आवश्यक मंजूरी मिल गई है. भारत को ओलंपिक चार्टर का पालन करने की आवश्यकता है. हम किसी देश को प्रतिस्पर्धा करने से नहीं रोक सकते."
टूर्नामेंट का विवरण
हॉकी एशिया कप का आयोजन 27 अगस्त से 7 सितंबर तक राजगीर में होगा. वहीं, एफआईएच पुरुष जूनियर विश्व कप (अंडर 21) का 14वां संस्करण 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै के मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा. इस बार टूर्नामेंट में पहली बार 24 टीमें हिस्सा लेंगी।
भविष्य में भी मिलेगी अनुमति
इस निर्णय का एक व्यापक प्रभाव यह है कि ओलंपिक चार्टर की भावना के अनुरूप, पाकिस्तानी एथलीटों को अन्य अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिए भारत में प्रवेश की अनुमति मिलेगी. साथ ही, भारतीय टीमें भी तटस्थ स्थानों पर पाकिस्तान के साथ खेल सकेंगी.
क्यों उठ रहे हैं सवाल?
पहलगाम आतंकवादी हमले और इसके बाद भारतीय सरकार द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के कारण पाकिस्तानी टीम की भागीदारी पर अनिश्चितता थी. हालांकि, सरकार ने खेल की भावना को कायम रखते हुए इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाया है.