आतंकवाद के खिलाफ अपनी सख्त नीति को आगे बढ़ाते हुए अमेरिका ने पाकिस्तान में सक्रिय बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और उसके सहयोगी गुट ‘मजीद ब्रिगेड’ को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) घोषित कर दिया है. यह निर्णय BLA पर हाल के वर्षों में किए गए कई घातक हमलों और 2025 में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन की हाईजैकिंग जैसी घटनाओं में संलिप्तता के आरोपों के बाद लिया गया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को घोषणा की कि BLA और उसका सहयोगी गुट मजीद ब्रिगेड अब आधिकारिक रूप से विदेशी आतंकी संगठन की सूची में शामिल हैं. मजीद ब्रिगेड को BLA के पहले से मौजूद ‘स्पेशली डिज़िग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट’ (SDGT) दर्जे के तहत एक ‘उपनाम’ के रूप में जोड़ा गया है. BLA को अमेरिका ने पहले 2019 में SDGT घोषित किया था, लेकिन हालिया हमलों के बाद यह कदम और कठोर बना दिया गया है.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बयान में कहा कि 2019 के बाद BLA ने कई बड़े हमलों की जिम्मेदारी ली है. इनमें मजीद ब्रिगेड द्वारा 2024 में कराची एयरपोर्ट और ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स के पास हुए आत्मघाती हमले शामिल हैं. इसके अलावा, मार्च 2025 में इस संगठन ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर 31 लोगों की हत्या की और 300 से अधिक यात्रियों को बंधक बनाया.
The Balochistan Liberation Army (BLA) and its alias, The Majeed Brigade, designated as a Foreign Terrorist Organization: US Department of State pic.twitter.com/TESY5164Lx
— ANI (@ANI) August 11, 2025
रुबियो ने कहा कि यह कदम ट्रंप प्रशासन की आतंकवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उनके अनुसार, आतंकवादी संगठनों की पहचान और उन्हें प्रतिबंधित करना, वैश्विक स्तर पर उनके संसाधनों और समर्थन को सीमित करने का एक प्रभावी तरीका है. उन्होंने साफ किया कि ऐसे संगठन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं और इन्हें खत्म करना जरूरी है.
आधिकारिक बयान के मुताबिक, यह कार्रवाई ‘इमिग्रेशन एंड नेशनलिटी एक्ट’ की धारा 219 और ‘एक्जीक्यूटिव ऑर्डर 13224’ के तहत की गई है. FTO की सूची में शामिल होने के बाद BLA और मजीद ब्रिगेड पर आर्थिक प्रतिबंध लागू होंगे, उनकी संपत्तियां फ्रीज होंगी और इनके साथ किसी भी तरह का लेन-देन अमेरिकी कानून के तहत अपराध माना जाएगा. यह आदेश ‘फेडरल रजिस्टर’ में प्रकाशित होने के साथ ही प्रभावी हो जाएगा.