Owner Of RCB: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने 3 जून 2025 को आईपीएल 2025 का खिताब जीतकर 18 साल के इंतजार को खत्म किया. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पंजाब किंग्स को छह रनों से हराकर आरसीबी ने पहली बार ट्रॉफी अपने नाम की है. इस जीत ने न केवल फैंस को झूमने पर मजबूर किया, बल्कि टीम के मालिकों और प्रबंधन की मेहनत को भी रेखांकित किया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि विजय माल्या के बाद अब आरसीबी के मालिक कौन हैं? आइए, इसकी कहानी जानते हैं.
2008 में जब आईपीएल की शुरुआत हुई, तब विजय माल्या ने 111.6 मिलियन डॉलर की बोली लगाकर आरसीबी को खरीदा था. यह उस समय की दूसरी सबसे बड़ी बोली थी. माल्या, जो यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (यूएसएल) के चेयरमैन थे, ने अपने शराब ब्रांड 'रॉयल चैलेंज' के नाम पर इस फ्रेंचाइजी का नाम रखा. वह अक्सर मैचों में नजर आते और टीम को चीयर करते थे. लेकिन 2016 में माल्या को कानूनी परेशानियों और कर्ज की वजह से यूनाइटेड स्पिरिट्स और आरसीबी से हटना पड़ा. उनकी विदाई के बाद फ्रेंचाइजी की कमान पूरी तरह यूएसएल के हाथों में आ गई.
विजय माल्या के जाने के बाद आरसीबी का स्वामित्व यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (यूएसएल) के पास है, जो भारत की सबसे बड़ी अल्कोहल पेय कंपनी है. यूएसएल, ग्लोबल शराब कंपनी डियाजियो की सहायक कंपनी है, जो जॉनी वॉकर, स्मरनॉफ और रॉयल चैलेंज जैसे ब्रांड्स की मालिक है. आरसीबी का नाम भी यूएसएल के ब्रांड 'रॉयल चैलेंज' से प्रेरित है. 2015 में डियाजियो ने यूएसएल का कंट्रोल ले लिया और 2016 में माल्या के पूरी तरह हटने के बाद आरसीबी का संचालन यूएसएल के अधीन हो गया. तब से फ्रेंचाइजी स्थिरता और पेशेवर प्रबंधन के साथ आगे बढ़ रही है.
यूएसएल के टॉप पर महेंद्र कुमार शर्मा (अध्यक्ष) और आनंद कृपालु (एमडी और सीईओ) हैं, जो आरसीबी के सुचारु संचालन में अहम भूमिका निभाते हैं. इसके अलावा, प्रथमेश मिश्रा, डियाजियो इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी, आरसीबी के चेयरमैन हैं. डियाजियो का अंतरराष्ट्रीय समर्थन आरसीबी को वैश्विक स्तर पर मजबूती देता है. यह मजबूत प्रबंधन और ब्रांडिंग रणनीति आरसीबी को आईपीएल की सबसे मूल्यवान फ्रेंचाइजियों में से एक बनाती है, जिसका ब्रांड मूल्य 2024 में 117 मिलियन डॉलर (लगभग 1013 करोड़ रुपये) था.
आरसीबी की पॉपुलैरिटी का एक बड़ा कारण विराट कोहली का नेतृत्व और उनकी निरंतरता है. यूएसएल की मजबूत वित्तीय और रणनीतिक सहायता ने टीम को प्रायोजकों, डिजिटल उपस्थिति और फैंस के बीच मजबूत ब्रांड बनाया है. 2025 की जीत ने न केवल प्रशंसकों के सपनों को पूरा किया, बल्कि यूएसएल की रणनीति को भी सही साबित किया.
यूएसएल और डियाजियो के नेतृत्व में आरसीबी अब न केवल क्रिकेट में, बल्कि ब्रांडिंग और व्यवसाय में भी एक ताकत बन चुकी है. 18 साल के संघर्ष के बाद यह जीत आरसीबी के लिए नई शुरुआत है. प्रशंसकों को उम्मीद है कि यह फ्रेंचाइजी भविष्य में और ट्रॉफियां जीतेगी.