नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर की चोट गंभीर हो गई है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे श्रृंखला समाप्त होने के बाद वह अन्य खिलाड़ियों के साथ भारत लौटने के बजाय सिडनी के एक अस्पताल में भर्ती किए गए. चिकित्सकों की रिपोर्ट के अनुसार, अय्यर को आंतरिक रक्तस्राव की समस्या है, जिसके कारण उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में रखा गया है. टीम और फैन्स उनकी हालत पर चिंतित हैं.
वनडे टीम के उप-कप्तान श्रेयस अय्यर पिछले कुछ दिनों से ICU में हैं और उनका स्वास्थ्य गंभीर माना जा रहा है. चिकित्सकों का कहना है कि आंतरिक रक्तस्राव से निपटने के लिए उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है. टीम प्रबंधन और मेडिकल स्टाफ लगातार उनकी हालत पर नजर बनाए हुए हैं. प्रशंसकों और क्रिकेट जगत ने उनके जल्दी ठीक होने की कामना की है, ताकि वह जल्द ही मैदान पर वापसी कर सकें.
श्रेयरस की स्कैन रिपोर्ट से पता चला है कि उनकी स्प्लीन में चोट लगी है. इनका इलाज चल रहा है. फिलहाल हालत स्टेबल है और वो ठीक भी हो रहे हैं. BCCI की मेडिकल टीम, सिडनी और भारत के स्पेशलिस्ट्स से सलाह लेकर उनकी चोट पर नजर बनाए हुए हैं. भारतीय टीम के डॉक्टर श्रेयस के साथ सिडनी में ही रहेंगे जिससे उनकी प्रोग्रेस का पता चल सके.
Medical update on Shreyas Iyer. Details 🔽 #TeamIndia | #AUSvIND https://t.co/8LTbv7G1xy
— BCCI (@BCCI) October 27, 2025
क्रिकेट फैंस जहां जल्दी ठीक होने की उम्मीद कर रहे हैं, वहीं डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की चोट आम नहीं है. यहां बताया गया है कि जब पसलियों में जोर से चोट लगती है तो असल में क्या होता है, आंतरिक रक्तस्राव क्यों एक खतरे का संकेत है, और इस स्तर के एथलीट के लिए रिकवरी कैसी हो सकती है.
पसलियां हड्डियों का एक घुमावदार कवच होती हैं जो शरीर के कुछ सबसे महत्वपूर्ण अंगों, फेफड़ों, हृदय और प्रमुख रक्त वाहिकाओं की रक्षा करती हैं. गेंद, गोता या दुर्घटना जैसे किसी ज़ोरदार झटके से पसलियां टूट या चटक सकती हैं.
अय्यर के मामले में, पसली में फ्रैक्चर या चोट (कंट्यूज़न) के कारण रक्तस्राव होने का संकेत मिलता है. चिकित्सकीय रूप से, ऐसी चोट को आंतरिक रक्तस्राव के साथ वक्षीय आघात कहा जाता है. बल और दिशा के आधार पर, एक टूटी हुई पसली भी नीचे के फेफड़े के ऊतकों को छेद सकती है या उनमें जलन पैदा कर सकती है.