AB de Villiers: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और आईपीएल के सुपरस्टार एबी डी विलियर्स ने हाल ही में अपने करियर के एक बड़े राज से पर्दा उठाया है. क्रिकेट.कॉम को दिए इंटरव्यू में उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के साथ अपने शुरुआती दिनों के बारे में चौंकाने वाला खुलासा किया.
उन्होंने बताया कि यह फ्रेंचाइजी अंदरूनी तौर पर कितनी परेशानियों से जूझ रही थी, भले ही उसमें बड़े-बड़े सितारे मौजूद थे. उनके इस बयान ने हर किसी को चौंका दिया है और डीविलियर्स ने इसका खुलासा कई सालों बाद किया है.
एबी डी विलियर्स ने 2008 से 2010 तक दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेला. इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता और न ही किसी को नुकसान पहुंचाना चाहता, लेकिन दिल्ली डेयरडेविल्स की हालत बहुत खराब थी. टीम में काफी जहरीले लोग थे." उन्होंने साफ किया कि वह व्यक्तिगत नाम नहीं लेंगे, लेकिन टीम में मौजूद कुछ लोगों की वजह से माहौल खराब था.
उस समय दिल्ली की टीम में वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, शिखर धवन, ग्लेन मैकग्राथ और डेनियल वेटोरी जैसे दिग्गज खिलाड़ी थे. फिर भी, टीम ने अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा. शुरुआती दो सasons में प्लेऑफ तक पहुंचने के बावजूद, टीम कभी एकजुट नहीं हो पाई. डी विलियर्स ने कहा, "टीम में कई दिग्गज थे, जो मेरे लिए मधुर और कड़वी यादें हैं."
2009 में साउथ अफ्रीका में खेले गए सीजन में डी विलियर्स ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि वे मुख्य खिलाड़ी बनेंगे, लेकिन अगले साल उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला. उन्होंने कहा, "2009 अच्छा रहा. मैं लगभग पूरे सीजन खेला और सोचा कि अब मेरा समय है. लेकिन अचानक मुझे बाहर कर दिया गया. मुझे समझ नहीं आया कि क्या हो गया. कई अजीब चीजें हुईं, जिससे मुझे निराशा हुई."
उन्होंने कहा, "आरसीबी में आने के दिन से मुझे लगा कि वे मुझे हर मैच में खेलाना चाहते हैं. वे बोले, 'तुम हमारे हीरो हो, यहां तुम्हारा विकास होगा और तुम एक शानदार खिलाड़ी बनोगे, तुम हमारा परिवार हो.' यह मेरे लिए बहुत खास था."