Monsoon Food Storing Tips: मानसून के मौसम में अगर आप अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहते हैं, तो एक जरूरी बात को गंभीरता से लें. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने मानसून में खाने की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण सलाह दी है. FSSAI का कहना है कि इस मौसम में फ्रिज की सफाई हर 15 दिन में एक बार जरूर करें, वरना आपको गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
नमी में बैक्टीरिया और फंगस का खतरा: मानसून के दौरान वातावरण में नमी बहुत बढ़ जाती है और यही नमी आपके फ्रिज में भी जमा होने लगती है. नमी का ये वातावरण बैक्टीरिया और फंगस के पनपने के लिए आदर्श होता है, जो खाने को जल्दी खराब कर सकता है और बीमारियों का कारण बन सकता है.
अगर आप फ्रिज की सफाई को नजरअंदाज करते हैं, तो फ्रिज में जमा बैक्टीरिया खाने को संक्रमित कर सकते हैं. यह संक्रमित खाना अगर आप खाते हैं, तो आपको उल्टी, पेट दर्द, डायरिया और फूड प्वाइजनिंग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. खासकर कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इस खतरे का शिकार हो सकते हैं.
फ्रिज की सफाई से सिर्फ सेहत ही नहीं, बल्कि फ्रिज की परफॉर्मेंस भी बेहतर होती है. नियमित सफाई करने से बर्फ की परत नहीं जमती, जिससे कूलिंग सुचारु रहती है और बिजली की खपत कम होती है.
फ्रिज को हर 15 दिन में एक बार बंद करके उसकी पूरी सफाई करें. सभी सामान बाहर निकालें और फिर हल्के गीले कपड़े से उसे साफ करें. अंत में ड्राई कपड़े से पोंछकर सुखा लें. आप बेकिंग सोडा और सिरके के घोल से भी सफाई कर सकते हैं, जिससे बदबू भी नहीं आएगी और बैक्टीरिया भी खत्म होंगे.
फ्रिज में डिफ्रॉस्ट ऑप्शन को ऑन करके बर्फ को पिघलाएं. इससे बर्फ की मोटी परतें नहीं जमेंगी और कूलिंग सही रहेगी. इसके अलावा फ्रिज की कार्यक्षमता भी बनी रहेगी और यह लंबे समय तक सही चलेगा.
फ्रिज की सफाई करते वक्त उसके डोर के रबर, ट्रे, किनारे और नीचे के हिस्सों को अच्छे से साफ करें. ये हिस्से अक्सर नमी और गंदगी से बैक्टीरिया के पनपने का कारण बनते हैं, जिन्हें हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं.