आयरिश (Irish) सांसद साइमन हैरिस (Simon Harris) आयरलैंड के सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गए हैं. मंगलवार को संसद में हुए मतदान में उन्हें आयरलैंड के नए प्रधान मंत्री के तौर पर चुना गया. भारतीय मूल के लियो वराडकर ने अचानक बीते महीने इस्तीफे का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद बाद आयरलैंड में राजनीतिक संकट की स्थिति पैदा हो गई थी.
लियो वराडकर, समलैंगिकता के पक्षधर रहे हैं, उनके सेक्सुअल ओरिएंटेशन को लेकर आयरलैंड में अक्सर बहस छिड़ती रही है. साइमन हैरिस दक्षिणपंथी गठबंधन के दम पर प्रधानमंत्री बने हैं. इस गठबंधन का नेतृत्व फाइन गेल पार्टी कर रही है.
कौन हैं साइमन हैरिस?
साइमन हैरिस की उम्र अभी महज 37 साल है. वे आयरलैंड के सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गए हैं. वे गठबंधन सरकार में शिक्षा मंत्री रहे हैं. उन्होंने लियो वराडकर के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री बनने के लिए पहली बार दावेदारी पेश की थी. डबलिन के राष्ट्रपति भवन में हुए एक समारोह में उन्हें राष्ट्रपति माइल डी हिंगिस ने उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया. संसद में उन्हें 88 वोट मिले. उनके विपक्षी उम्मीदवार को 69 वोट मिले.
साइमन हैरिस अक्टूबर 1986 में एक बेहद सामान्य परिवार में पैदा हुए हैं. उनके पिता टैक्सी ड्राइवर रहे हैं.वे डबलिन के काउंटी विकोलो के पास एक शहर में पले-बढ़े हैं. उनके तीन भाई हैं. साइमन हैरिस ऑटिज्म बीमारी से जूझ रहे बच्चों के लिए हेल्प मिशन भी चलाते हैं.
साइमन हैरिस ने डबलिन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के पूर्व छात्र रहे हैं. हैरिस फाइन गेल सीनेटर फ्रांसिस फिट्जगेराल्ड के संसदीय सहायक रहे हैं. उन्होंने इस पद के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी. वे महज 22 साल की उम्र में काउंटी काउंसलर बन गए और 24 साल की उम्र में संसद के लिए चुने गए. वे महज 29 साल की उम्र में स्वास्थ्य मंत्री बने. उन्हें एजुकेशन, इनोवेशन, साइंस और जस्टिस से जुड़े अलग-अलग पदों पर सेवाएं दी हैं.
साइमन हैरिस ने अपनी प्रेमिका से लंबी डेटिंग के बाद शादी रचा ली. उनकी पत्नी बच्चों की कार्डियक नर्स हैं और उनका नाम काओइमे वेड है. अब तक यह दंपति विकलो में रहता था. दोनों के दो बच्चे हैं.
क्या हैं हैरिस के सामने चुनौतियां?
साइमन हैरिस के सामने चुनौतियों का अंबार है. फाइन गेल के सांसद पार्टी छोड़ रहे हैं. कुछ नेता संन्यास ले रहे हैं. उनकी पार्टी फाइन गेल से लोगों का भरोसा उठ रहा है. उनके 10 से ज्यादा सांसदों ने कहा है कि वे अब चुनाव नहीं लडेंगे. आयरलैंड की स्वास्थ्य सेवा बीते कुछ साल से खराब हालत में है. वहां रहना महंगा हो गया है. घर खरीदना और भी मुश्किल हो गया है. आयरलैंड से लोग पलायन भी कर रहे हैं.
लियो वराडकर ने क्यों दिया था इस्तीफा?
लियो वराडकर ने 20 मार्च को व्यक्तिगत और राजनीतिक कारण बताकर इस्तीफा का ऐलान कर दिया था. उन्होंने कहा कि वे संसद में अब बैकबेंच सांसद रहेंगे. भविष्य में अब उनकी सत्ता को लेकर कोई योजना नहीं है.