ईरान और अमेरिका के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है, जब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के शीर्ष सलाहकार मोहम्मद-जवाद लारीजानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया. ईरानी सरकारी टीवी पर बोलते हुए लारीजानी ने कहा कि ट्रम्प अब “मार-ए-लागो में धूप सेंकने” के लिए सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि एक “माइक्रो-ड्रोन” उनकी नाभि पर हमला कर सकता है. इस छिपी धमकी ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है, खासकर जब यह ईरान की ऑनलाइन मुहिम ‘अहदे खून’ (ब्लड पैक्ट) के साथ सामने आई, जिसने 8 जुलाई तक 27 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए हैं. यह मुहिम खामेनेई की जान को खतरे में डालने वालों के खिलाफ प्रतिशोध के लिए धन जुटाने का दावा करती है.
धमकी का पृष्ठभूमि और गंभीरता
लारीजानी का यह बयान 2020 में ट्रम्प के आदेश पर ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की ड्रोन हमले में हत्या से जुड़े गुस्से से प्रेरित प्रतीत होता है. सुलेमानी तेहरान में एक सम्मानित शख्सियत थे. फार्स न्यूज एजेंसी जैसे ईरानी सरकारी मीडिया ने इस मुहिम को बढ़ावा दिया, जिसकी वेबसाइट “ईश्वर के दुश्मनों और खामेनेई की जान को खतरे में डालने वालों को न्याय के कटघरे में लाने” का वादा करती है.
ट्रम्प का जवाब
फॉक्स न्यूज के पीटर डूसी ने जब ट्रम्प से इस धमकी पर सवाल किया, तो उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब दिया. ट्रम्प ने कहा, “हां, मुझे लगता है कि यह एक धमकी है. मुझे यकीन नहीं कि यह धमकी है, लेकिन शायद है.” डूसी ने मजाक में पूछा, “आपने आखिरी बार धूप कब सेंकी थी?” ट्रम्प ने हंसते हुए जवाब दिया, “शायद जब मैं 7 साल का था. मुझे इसमें ज्यादा रुचि नहीं है.” हालांकि उनका जवाब मजाकिया था, लेकिन वे धमकी की गंभीरता से वाकिफ दिखे.
पहले के तनाव और नई चेतावनियां
जून में, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया था कि ईरान ने प्रॉक्सी एजेंट्स के जरिए ट्रम्प की हत्या की दो बार कोशिश की थी. जवाब में, ट्रम्प ने दावा किया कि वे जानते हैं कि खामेनेई कहां छिपे हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक उन पर निशाना नहीं साधा. हाल ही में ट्रम्प ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले के आदेश दिए, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि इससे ईरान की क्षमता “तहस-नहस” हो गई. हालांकि, एक खुफिया रिसाव ने उनके दावे को खारिज करते हुए खुलासा किया कि ईरान का परमाणु ढांचा काफी हद तक बरकरार है.