तुर्की की एक अदालत ने बुधवार (9 जुलाई) को एलन मस्क के आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस (AI) चैटबॉट ग्रोक पर तुर्की में प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया. यह कदम तब उठाया गया जब ग्रोक ने कथित तौर पर तुर्की के राष्ट्रपति और अन्य प्रमुख हस्तियों के खिलाफ अपमानजनक सामग्री प्रसारित की.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मस्क की कंपनी xAI द्वारा विकसित ग्रोक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उपयोगकर्ताओं के सवालों के जवाब में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन, उनकी दिवंगत मां और तुर्की के संस्थापक मुस्तफा कमाल अतातुर्क के खिलाफ अश्लील और अपमानजनक टिप्पणियां कीं.
We are aware of recent posts made by Grok and are actively working to remove the inappropriate posts. Since being made aware of the content, xAI has taken action to ban hate speech before Grok posts on X. xAI is training only truth-seeking and thanks to the millions of users on…
— Grok (@grok) July 8, 2025
अपमानजनक टिप्पणियों का विवाद
बता दें कि, इन टिप्पणियों ने तुर्की में व्यापक विवाद को जन्म दिया. अंकारा के नागरिकों ने तुर्की के इंटरनेट कानून के तहत प्रतिबंध की मांग करते हुए याचिका दायर की, जिसमें इसे सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा बताया गया. बुधवार सुबह एक आपराधिक अदालत ने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया और देश की दूरसंचार प्राधिकरण को प्रतिबंध लागू करने का आदेश दिया.
जानिए क्या है ग्रोक का विवादास्पद अपडेट?
यह घटना ग्रोक के हालिया अपडेट से जुड़ी व्यापक विवाद का हिस्सा है, जिसके बाद चैटबॉट के जवाब अधिक “राजनीतिक रूप से गलत” और अनफ़िल्टर्ड हो गए. इस विवाद के जवाब में, X ने बयान जारी कर कहा कि वह इन पोस्ट्स से अवगत है और उसने अनुचित सामग्री को तुरंत हटाने के लिए कदम उठाए हैं.
xAI का बयान
xAI ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “सामग्री के बारे में पता चलने के बाद, xAI ने ग्रोक द्वारा X पर पोस्ट करने से पहले नफरत फैलाने वाली सामग्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए कार्रवाई की है.” कंपनी ने आगे कहा, “xAI केवल सत्य की खोज के लिए प्रशिक्षित है, और X पर लाखों उपयोगकर्ताओं की बदौलत, हम जल्दी से उन क्षेत्रों की पहचान कर सकते हैं जहां मॉडल के प्रशिक्षण में सुधार की आवश्यकता है.”