PM Modi Maldives Visit: यूके की सफल यात्रा के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब मालदीव की यात्रा पर हैं. यहां से उनकी दो देशों की राजनयिक यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो रहा है. बता दें कि 25 जुलाई से 25 जुलाई तक होने वाली यह यात्रा बेहद अहम बताई जा रही है, खासकर 2023 में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के चुनाव के बाद बढ़े तनाव के बाद. मुइज्जू सरकार को चीन के प्रति ज्यादा मैत्रीपूर्ण माना जाता था, जिसने भारत और द्वीप राष्ट्र के बीच कुछ दूरी पैदा कर दी थी.
प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति मुइज्जू के स्पेशल इनवाइट पर मालदीव की यात्रा कर रहे हैं. पीएम मोदी 26 जुलाई को राजधानी माले में मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे. बता दें कि नवंबर 2023 में राष्ट्रपति मुइज्जू के पदभार ग्रहण करने के बाद से यह उनकी पहली आधिकारिक राजकीय यात्रा है, ऐसे में यह एक बड़ा कूटनीतिक संकेत है. यह यात्रा मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद से दोनों देशों के बीच पहली उच्च-स्तरीय बैठक भी है.
इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने पर बातचीत करेंगे. समुद्री सुरक्षा से लेकर आर्थिक विकास तक, दोनों देश रणनीतिक मुद्दों पर मिलकर कैसे बेहतर काम कर सकते हैं, इस बात पर भी चर्चा की जाएगी. भारत सरकार मालदीव में भारत द्वारा बनाई गई कई परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेगी.
भारतीय अधिकारियों के अनुसार, इस यात्रा में दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. ये समझौते व्यापार, विकास और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने में मदद करेंगे. आर्थिक और समुद्री साझेदारी को बढ़ाने के लिए पिछले साल सहमत हुई योजना, भारत-मालदीव संयुक्त दृष्टिकोण, चर्चा का एक प्रमुख हिस्सा होगा.
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा को भारत-मालदीव संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है, जो हाल के महीनों में तनावपूर्ण हो गए थे. इस यात्रा के साथ, दोनों पक्ष दोबारा शुरुआत करने और मजबूत एवं मैत्रीपूर्ण संबंधों के साथ आगे बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं.