Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के बढ़ते प्रभावों के बीच, पोलैंड ने अपनी उत्तरी सीमा पर रूस के साथ एक संभावित हमले का जवाब देने के लिए फाइटर जेट्स और मिसाइल सिस्टम तैनात किए हैं. यह कदम पोलैंड द्वारा रूस की मिसाइलों के यूक्रेन पर हमले के बाद उठाया गया है, जिससे इस संकट में और भी वृद्धि हुई है.
पोलैंड ने की रक्षात्मक रणनीति अपनाने की घोषणा
पोलैंड के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नाटो का सदस्य देश रूस द्वारा यूक्रेन पर मिसाइल हमले के बाद अपनी सीमा पर उच्च स्तर की सैन्य सतर्कता बढ़ा रहा है. पोलैंड ने यह भी आरोप लगाया कि रूस ने पोलैंड का एयरस्पेस उस वक्त उल्लंघन किया जब रूस के मिसाइलों के यूक्रेन की तरफ जाने के दौरान उनका मार्ग पोलैंड के ऊपर से होकर गुज़रा. इसके परिणामस्वरूप पोलैंड ने अपनी सीमा पर अपनी रक्षा क्षमताओं को सक्रिय कर दिया है.
पोलैंड के प्रधानमंत्री द्वारा आतंकवाद की चेतावनी
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड तस्क ने बुधवार को वारसॉ में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद रूस पर पोलैंड और अन्य देशों के खिलाफ 'आतंकवाद के कृत्य' करने की योजना बनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि रूस ने पहले यूरोप में हुए विस्फोटों की योजना बनाई थी, जिनमें ब्रिटेन, जर्मनी और पोलैंड में सामानों के भंडारण केंद्रों में हुए विस्फोटों का संबंध था.
क्रेमलिन ने लगाए गए आरोपों को किया खारिज
रूस ने पोलैंड के आरोपों को पूरी तरह से आधारहीन बताया. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि पोलैंड की ओर से लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और पोलैंड अक्सर इस तरह के आरोप लगाता है.
पोलैंड के एयरस्पेस का उल्लंघन
युद्ध के दौरान, रूस को अक्सर पोलैंड और रोमानिया जैसे देशों के एयरस्पेस का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है, खासकर तब जब वह यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहा था. यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूस अपनी TU-95MS बॉम्बर्स और Kinzhal मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है और साथ ही साथ उसके द्वारा बलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन भी लॉन्च किए जा रहे हैं, जिससे पोलैंड को एक संभावित हमले का खतरा महसूस हो रहा है.
पोलैंड की सैन्य तैयारी
पोलैंड के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सेना की ऑपरेशनल कमांड ने सभी संसाधनों को सक्रिय कर दिया है और उच्चतम चेतावनी स्तर पर डाल दिया है. मंत्रालय ने कहा कि पोलैंड के जेट विमानों को तैनात कर दिया गया है और सीमा पर सतह से हवा में मिसाइल रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया है, साथ ही रडार प्रणालियों को भी चौकस कर दिया गया है.
रूस-यूक्रेन युद्ध की स्थिति
रूस-यूक्रेन युद्ध, जो फरवरी 2022 में शुरू हुआ था, पिछले कुछ महीनों में और बढ़ता जा रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में अमेरिका और पश्चिमी देशों को 'मिसाइल युद्ध' की चुनौती दी थी और सुझाव दिया था कि रूस के ओरेश्निक हाइपरसोनिक मिसाइलों की प्रभावशीलता का परीक्षण किया जाए, खासकर यूक्रेन की राजधानी कीव में.
पोलैंड द्वारा उठाए गए कड़े कदम रूस-यूक्रेन युद्ध की तेज़ी से बदलती स्थिति को दर्शाते हैं, जो केवल यूरोपीय देशों में नहीं बल्कि वैश्विक राजनीति और सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा उत्पन्न कर सकता है.