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नॉर्थ कोरिया पर चेतावनियों का असर नहीं, इस महीने के अंत में लॉन्च करेगा 'स्पाई सैटेलाइट'

Spy Satellite North Korea: उत्तर कोरिया ने तमाम चेतावनियों को दरकिनार करते हुए अपने जासूसी उपग्रह को लॉन्च करने की कमर कस ली है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस सैटेलाइट को महीने के अंत में या दिसंबर माह के शुरुआती दिनों में लॉन्च किया जाएगा.

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Shubhank Agnihotri
नॉर्थ कोरिया पर चेतावनियों का असर नहीं,  इस महीने के अंत में लॉन्च करेगा 'स्पाई सैटेलाइट'

Spy Satellite North Korea: उत्तर कोरिया ने तमाम चेतावनियों को दरकिनार करते हुए अपने जासूसी उपग्रह को लॉन्च करने की कमर कस ली है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस सैटेलाइट को इसी महीने के अंत में या दिसंबर माह के शुरुआती दिनों में लॉन्च किया जाएगा. जासूसी उपग्रह की सूचना के बाद जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने उत्तर कोरिया के इस कदम पर आपत्ति जताई है. आपको बता दें कि उत्तर कोरिया इससे पहले दो बार स्पाई सैटेलाइट लॉन्च करने के असफल प्रयास कर चुका है.

पुतिन ने किया था मदद का वादा

सितंबर माह में रूसी यात्रा पर गए तानाशाह किम जोंग उन की यात्रा के बाद उत्तर कोरिया ने स्पाई सैटेलाइट की घोषणा की है. रूसी यात्रा के दौरान जोंग ने पुतिन के साथ रूस के सबसे आधुनिक स्पेस रिसर्च सेंटर का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने रूस से सैटेलाइट बनाने में मदद की अपील की थी. पुतिन ने उत्तर कोरिया को सैटेलाइट बनाने में मदद का आश्वासन दिया था. आपको बता दें परमाणु शक्ति संपन्न देश नॉर्थ कोरिया सैटेलाइट बनाने की क्षमता हासिल करने में विफल रहा है.  इससे पहले पृथ्वी की कक्षा में सैटेलाइट को स्थापित करने के उसके दोनों प्रयास असफल हो चुके हैं.


संयुक्त राष्ट्र ने लगा रखी है पाबंदी

उत्तर कोरिया के सैटेलाइट लॉन्चिंग के प्रयासों से पड़ोसी देश साउथ कोरिया और जापान घबराए हुए हैं. बीते दिनों दक्षिण कोरियाई सेना ने चेतावनी दी थी कि यदि नॉर्थ कोरिया सैटेलाइट लॉन्च करता है तो दक्षिण कोरियाई सेना सैन्य कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगी. उधर जापान के प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी अप्रत्याशित खतरे से निपटने के लिए हमारे सैन्य बल तैयार हैं. किशिदा ने कहा कि एजिस डेस्ट्रॉयर और पैक-3 एयर डिफेंस मिसाइल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट मोड में हैं. आपको बता दें, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी उत्तर कोरिया द्वारा किसी भी उपग्रह प्रक्षेपण पर प्रतिबंध लगा रहा है, क्योंकि वह इसे उसकी मिसाइल प्रौद्योगिकी का परीक्षण मानती है.

टेस्टिंग संप्रभु अधिकार 

रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया का स्पाई सैटेलाइट को लॉन्च करने के पीछे का मकसद अपने दुश्मन अमेरिका और दक्षिण कोरिया के मिलिट्री ऑपरेशंस की निगरानी करना है. नॉर्थ कोरिया ने सैटेलाइट परीक्षण को उसका संप्रभु अधिकार बताया है. सामरिक मामलों के जानकारों  के मुताबिक, सैटेलाइट की सफल टेस्टिंग उसके अपने हथियारों और सैन्य क्षमताओं में काफी वृद्धि करेगा. 
 

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