Russia China Space News: रूस चीन के साथ अंतरिक्ष क्षेत्र में अपने कदम बढ़ाना चाहता है. रूसी स्पेस एजेंसी के चीफ ने कहा है कि रूस चांद की सतह पर एक परमानेंट स्टेशन के निर्माण में बीजिंग के साथ काम करेगा. रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रॉस्कॉसमोस के मुखिया यूरी बोरीसोव ने कहा कि हम चीन के साथ चांद की सतह पर साल 2036 के बाद एक स्टेशन का निर्माण करेंगे. यह चांद की सतह पर खोज-बीन में तेजी लाने में मदद करेगा.
रूस ने यह ऐलान ऐसे समय हुआ है जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन की राजकीय यात्रा पर पहुंचे हैं. रूसी राष्ट्रपति के साथ गए दल में शामिल बोरीसोव ने एक मीटिंग के दौरान यह बातें कहीं. रूस के इस प्रोजेक्ट की शुरुआत पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगा रहे सैटेलाइट की उपस्थिति पर निर्भर करती है. जानकारी के मुताबिक, रूस पहले से ही छोटे आकार वाले परमाणु रिएक्टर विकसित कर रहा है. यह रिएक्टर कम गुरुत्वाकर्षण वाले क्षेत्र में भी काम कर सकता है. चूंकि चांद की सतह पर गुरुत्वाकर्षण कमजोर है. बोरीसोव ने कहा कि परीक्षण के बाद इन्हें वहां तैनात किया जा सकता है.
प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि हमें पहले इसकी टेस्टिंग करनी होगी. चांद की सतह पर खोज वाले इस अभियान की शुरुआत साल 2036 के बाद होगी. उन्होंने कहा कि भनिष्य के स्टेशन को काम करने के लिए इन रिएक्टर को पर्याप्त उर्जा की आवश्यकता होगी.क्योंकि चांद की सतह पर भेजे जाने वाले मिशन सोलर पैनल से संचालित होते हैं लेकिन चांद पर होने वाली ठंडी रात में हाइबरनेशन मोड में चले जाते हैं.चांद की सतह पर यह रात दो हफ्ते तक चलती है. इससे पहले रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के चीफ बोरीसोव ने कहा था कि चांद की सतह पर इन रिएक्टरों को भेजने के लिए रोबोट का इस्तेमाल करने की बात कही थी. उन्होंने यह भी दावा किया था कि रूस के पास इस प्रोग्राम के लिए आवश्यक सभी तकनीक मौजूद है.