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India Daily

'खामेनेई को मौत के घाट उतारना इस युद्ध का सबसे बड़ा लक्ष्य', ईरान के मिसाइल हमले के बाद इजरायल के रक्षा मंत्री का सनसनीखेज बयान

काट्ज ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "खामेनेई जैसे तानाशाह, जो ईरान जैसे देश का नेतृत्व करते हैं और इजरायल के विनाश को अपना मिशन बना चुके हैं, वे अस्तित्व में नहीं रह सकते."

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Killing Khamenei is the biggest goal of this war sensational statement by Israel Defense Minister af

इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने गुरुवार (19 जून, 2025) को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के बारे में सनसनीखेज बयान दिया. उन्होंने कहा कि खामेनेई "अस्तित्व में नहीं रह सकते." यह बयान हाल ही में ईरानी मिसाइलों के हमले के बाद आया, जिसमें एक अस्पताल पर हमला हुआ और कम से कम 40 लोग घायल हुए.

खामेनेई इजरायल के विनाश को अपना मिशन बना चुके हैं

काट्ज ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "खामेनेई जैसे तानाशाह, जो ईरान जैसे देश का नेतृत्व करते हैं और इजरायल के विनाश को अपना मिशन बना चुके हैं, वे अस्तित्व में नहीं रह सकते." उन्होंने आगे कहा, "आईडीएफ (इजरायल रक्षा बल) को निर्देश दिए गए हैं और वह जानता है कि अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इस व्यक्ति का अस्तित्व पूरी तरह समाप्त होना चाहिए."

अमेरिका की भूमिका और ट्रम्प का रुख

अमेरिकी अधिकारियों ने इस सप्ताह खुलासा किया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने खामेनेई को मारने की इजरायली योजना को वीटो कर दिया था. ट्रम्प ने बाद में कहा, "अभी के लिए उनकी हत्या की कोई योजना नहीं है." हालांकि, काट्ज ने साफ किया कि ईरान के सर्वोच्च नेता को "खत्म करना" इजरायल के युद्ध लक्ष्यों में शामिल है. ईरानी मिसाइलों ने इजरायल के मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों में चार स्थानों, जिसमें सोरोका अस्पताल शामिल है, को गंभीर नुकसान पहुंचाया. वहीं, इजरायली बलों ने ईरान के अराक भारी जल रिएक्टर पर हमला किया.

ईरान में लगातार बढ़ रहा मौत का आंकड़ा

इजरायल के हमलों में ईरान में मरने वालों की संख्या 240 से अधिक हो गई है, जिसमें 70 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. दूसरी ओर, ईरान के हमलों में इजरायल में कम से कम 24 लोग मारे गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि वे इस बढ़ते संघर्ष में सैन्य हस्तक्षेप के विकल्पों पर अभी विचार कर रहे हैं.