Putin Trump Meeting: अमेरिका का अलास्का शहर 15 अगस्त 2025 को दुनिया के दो सबसे शक्तिशाली नेताओं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ऐतिहासिक बैठक की मेजबानी के लिए तैयार है. यह बैठक एंकोरेज के उत्तरी छोर पर स्थित जॉइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन में होगी, जिसे उच्च सुरक्षा और सामरिक महत्व के कारण चुना गया है.
बैठक की तैयारियों में पारस्परिकता नियम का सख्ती से पालन किया जा रहा है. नियम के मुताबिक, यदि किसी कमरे के बाहर 10 अमेरिकी एजेंट तैनात हैं तो ठीक उतने ही रूसी एजेंट भी मौजूद रहेंगे. हथियारों से लेकर एजेंटों की संख्या तक हर चीज एक-के-बदले-एक बराबर होगी. कोई भी पक्ष दूसरे के दरवाजे नहीं खोलेगा, न ही किसी के वाहन में सवार होगा. अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने कहा कि राष्ट्रपति की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. दोनों पक्ष अपने-अपने अनुवादक और सुरक्षा टीम लाएंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसे शहर के इतिहास की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय घटना बताया है लेकिन इसके चलते यहां होटल, किराये की कारें और आवास की भारी कमी हो गई है. पर्यटन सीजन होने से होटल पहले से ही बुक थे और मीटिंग के शेड्यूल बदलने के बाद स्थिति और कठिन हो गई. स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, कुछ रूसी प्रतिनिधि विश्वविद्यालय के छात्रावास में ठहरे हुए हैं. अलास्का विश्वविद्यालय एंकोरेज ने पुष्टि की है कि उनके परिसर में अमेरिकी और रूसी दोनों प्रतिनिधि रह रहे हैं. अलास्का एयरलाइंस सेंटर में भी बिस्तरों की व्यवस्था की गई है.
व्हाइट हाउस प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने बताया कि शुक्रवार को ट्रंप और पुतिन की आमने-सामने बैठक के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय लंच होगा और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी. संघीय उड्डयन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से एंकोरेज हवाई क्षेत्र में शुक्रवार सुबह 9:15 से शाम 4:15 तक अस्थायी उड़ान प्रतिबंध लागू किया है. यह पाबंदी गैर-व्यावसायिक उड़ानों पर लागू होगी.
बैठक के दौरान एंकोरेज में कई शांति-समर्थक और यूक्रेन समर्थक समूह प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में लगभग 16 स्थानों पर बैनर, रैली और वॉक आयोजित किए जा सकते हैं. हालांकि, सुरक्षा के कड़े इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं. यह मुलाकात न केवल अमेरिका-रूस संबंधों के लिए बल्कि वैश्विक राजनीति के लिए भी अहम मानी जा रही है, और इसकी सफलता पर यूक्रेन संकट के समाधान के नए रास्ते खुल सकते हैं.