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योग्यता के बावजूद जो छात्र पैसे की कमी की वजह से नहीं लड़ पाते डूसू का इलेक्शन, उनको चुनाव लड़वाएगा एसैप- सौरभ भारद्वाज

आम आदमी पार्टी (आप) की छात्र इकाई, एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप), ने दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और इससे संबद्ध कॉलेजों में होने वाले छात्र संघ चुनावों को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है.

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Edited By: Garima Singh
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DU Students Union Elections 2025: आम आदमी पार्टी (आप) की छात्र इकाई, एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप), ने दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और इससे संबद्ध कॉलेजों में होने वाले छात्र संघ चुनावों को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में "आप" के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने ऐलान किया कि एसैप साधारण परिवारों से आने वाले योग्य छात्रों को डीयू छात्र संघ चुनाव लड़ने में सहायता प्रदान करेगा. इसके लिए इच्छुक छात्र 15 से 25 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं.

सौरभ भारद्वाज ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा, "शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, महात्मा गांधी, सरदार पटेल और तमाम स्वतंत्रता सेनानियों ने इस देश को आजाद करवाया. उनका सपना था कि देश आजाद हो और लोग खुद अपनी सरकारें चुनें ताकि देश में एक अच्छा, स्वस्थ लोकतंत्र पनप सके." उन्होंने चिंता जताई कि वर्तमान में लोकतंत्र में कई खामियां उभर रही हैं. उन्होंने फूड चेन का उदाहरण देते हुए कहा, "इस फूड साइकिल में अगर जहर फैल जाता है, तो पूरी फूड चेन खराब हो जाती है." उनका कहना था कि छात्र राजनीति लोकतंत्र की पहली सीढ़ी है, और यहीं से प्रजातंत्र को मजबूत करने की शुरुआत होनी चाहिए.

धन-बल की राजनीति पर प्रहार

सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति में धन-बल के बढ़ते प्रभाव पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा, "आज कोई साधारण घर का आम बच्चा सोच भी नहीं सकता कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी का चुनाव लड़े. डूसू चुनाव में बड़ी-बड़ी गाड़ियां, पीवीआर बुक कर फिल्में दिखाना, और डिस्को आयोजित करना आम हो गया है." उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसी राजनीति युवाओं को गलत दिशा में ले जाती है, जहां वोट के लिए पैसे और चमक-दमक का इस्तेमाल होता है. एसैप का लक्ष्य इस जहर को जड़ से खत्म करना और साफ-सुथरी राजनीति को बढ़ावा देना है.

पारदर्शी होगी चयन प्रक्रिया

एसैप ने डीयू और कॉलेजों के छात्र संघ चुनाव लड़ने के इच्छुक छात्रों के लिए पारदर्शी चयन प्रक्रिया शुरू की है. सौरभ भारद्वाज ने बताया, "छात्रों को कॉलेज स्तर के चुनाव के लिए 10 प्रस्तावकों और डूसू चुनाव के लिए 50 प्रस्तावकों का समर्थन लाना होगा. साथ ही, एक मिनट का वीडियो और 200-500 शब्दों में अपना उद्देश्य बताना होगा." यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि केवल योग्य और समर्पित छात्र ही चुनाव लड़ें.

छात्रों में नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहन

बुराड़ी से "आप" विधायक संजीव झा ने कहा, "यह एक ऐसी शुरुआत है, जहां बच्चों की प्रतिभा उनकी गाड़ियों या पैसों से नहीं, बल्कि उनकी अपनी क्षमता से मापी जाएगी." उन्होंने जोर दिया कि यदि राजनीति को साफ करना है, तो शुरुआत कॉलेजों से करनी होगी. एसैप न केवल डीयू, बल्कि दिल्ली और अन्य राज्यों के विश्वविद्यालयों को भी इस वैकल्पिक राजनीति से जोड़ना चाहता है.

आवेदन प्रक्रिया और भविष्य की दिशा

एसैप ने 15 अगस्त से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो 25 अगस्त तक चलेगी. यह पहल उन छात्रों के लिए है जो आर्थिक तंगी के बावजूद योग्यता के बल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. सौरभ भारद्वाज ने कहा, "‘आप’ छात्र विंग एसैप की यह एक आदर्श राजनीतिक व्यवस्था की शुरुआत है." यह कदम न केवल डीयू की छात्र राजनीति को बदलेगा, बल्कि देश की राजनीति में भी सकारात्मक बदलाव लाएगा.