इज़रायल की सुरक्षा कैबिनेट ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गाज़ा सिटी पर कब्ज़े की योजना को मंजूरी दे दी है. यह कदम हमास के साथ लगभग दो साल से चल रहे संघर्ष में एक और बड़ा कदम माना जा रहा है, जिससे और ज्यादा जानें जाने का खतरा बढ़ गया है. अब तक इस युद्ध में हज़ारों फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और गाज़ा का बड़ा हिस्सा खंडहर में बदल चुका है.
⚡️JUST IN: Israel's Security Cabinet approves OCCUPATION of GAZA
After 10 hours behind the curtains, the decision to approve the takeover of Gaza City has been reached pic.twitter.com/Wbjz1RhsLg— RT (@RT_com) August 8, 2025Also Read
प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया है कि इज़रायल डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) गाज़ा सिटी पर कब्ज़े की तैयारी करेगी और साथ ही लड़ाई के इलाकों से बाहर मौजूद आम नागरिकों को मानवीय मदद पहुंचाई जाएगी.
सुरक्षा कैबिनेट ने नेतन्याहू के युद्ध खत्म करने के “पांच सिद्धांत” भी मंज़ूर किए हैं, जिनमें हमास को हथियारों से पूरी तरह मुक्त करना, सभी बंधकों की रिहाई, गाज़ा का सैन्यीकरण खत्म करना, गाज़ा पट्टी पर इज़रायल का नियंत्रण बनाए रखना और वहां एक वैकल्पिक नागरिक सरकार का गठन शामिल है.
गौरतलब है कि इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार शाम एक अहम सुरक्षा कैबिनेट बैठक बुलाई थी, जिसमें गाज़ा में आगे की सैन्य रणनीतियों पर चर्चा हुई. इसी दौरान उन्होंने गाज़ा सिटी पर कब्ज़े का प्रस्ताव पेश किया, जिसे कैबिनेट की मंज़ूरी मिल गई है.
बता दें कि यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास ने इज़रायल की सीमा में घुसकर सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी और दर्जनों को बंधक बना लिया था. इस हमले में लगभग 1,200 इज़रायली मारे गए थे और 251 लोगों को हमास द्वारा बंदी बना लिया गया था. इसके जबाव में इज़रायल ने बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया था, जिसमें गाज़ा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार अब तक 61,000 से अधिक फ़िलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को भी गाज़ा के कई इलाकों में हवाई हमलों में कम से कम 20 लोगों की जान गई.