Green Comet Nishimura On Earth: हाल ही में खोजा गया बेहद ही चमकीला और हरे रंग का धूमकेतु 17 सितंबर तक पृथ्वी से देखा जा सकेगा. ऐसे में इसे पृथ्वी से देखने का सुनहरा मौका है. यह धूमकेतु सूर्य की ओर बेहद तेजी से जा रहा है. जिसके बाद वह 400 सालों तक सौर मंडल में रहेगा. बर्फ जैसे इस विशाल पिंड को 'धूमकेतु निशिमुरा' के नाम से जाना जाता है. 12 सितंबर को यह धूमकेतु पृथ्वी के सबसे नजदीक पहुंच गया था. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा इस पर नजर बनाए हुए है.
हरे रंग की चमक बिखेरने वाले इस धूमकेतु की खोज 12 अगस्त को जापान के खगोलशास्त्री हिदेओ निशिमुरा ने की थी. इस वजह से इसे निशिमुरा कॉमेट के नाम से जानते हैं. इस धूमकेतु को C/2023 P1 के तौर पर भी नामांकित किया गया है. कहा जाता है कि यह धूमकेतु नेप्च्यून की कक्षा से बाहर है और यह बर्फीले टुकड़ों का भंडार है. इस धूमकेतु की कक्षा बाहरी सौर मंडल में रहती है. नासा के अनुसार, इसकी सूर्य के चारों और कक्षा करीब 430 सालों तक चलती है. ऐसे में अब यह पृथ्वी पर चार शताब्दियों के बाद ही नजर आ सकेगा.
धूमकेतु निशिमुरा 12 सितंबर को जब पृथ्वी से अपनी सबसे नजदीकी दूरी पर होगा तब यह हमारे ग्रह के 78 मिलियन मील यानी 125 मिलियन किमी के अंदर से होकर गुजरेगा. धूमकेतु का सूर्य के पास का सबसे नजदीकी बिंदु 17 सितंबर को होगा. तब यह हमारे ग्रह तारे के 33 मिलियन किमी के अंदर से गुजरेगा. धूमकेतु निशिमुरा सौर मंडल की अपनी यात्रा के दौरान तेजी से और चमकीला होता जा रहा है. इसका आकार एक छोटे तारे के बराबर हो गया है.
रिपोर्टस के मुताबिक, धूमकेतु में यह चमक इसके आंतरिक भाग में मौजूद चमक के कारण होती है. 15 सितंबर को यह केवल सूर्य के करीब ही नहीं आएगा बल्कि बुध की कक्षा में प्रवेश भी करेगा. 17 सितंबर को यह धूमकेतु निशिमुरा पेरीहेलियन तक पहुंच जाएगा. यह उस बिंदु से सूर्य के सबसे करीब होगा. इस प्वाइंट पर धूमकेतु निशिमुरा की तीव्रता 2.9 होगी और इसे आकाश में नंगी आंखों से देखा जा सकेगा.