अमेरिकी सेंट्रल कमांड (Centcom) के कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद विरोधी अभियानों में “शानदार साझेदार” करार दिया है. उन्होंने कांग्रेस की सुनवाई के दौरान कहा, “पाकिस्तान इस समय सक्रिय आतंकवाद विरोधी लड़ाई में है, और वे आतंकवाद विरोधी दुनिया में शानदार साझेदार रहे हैं.” यह बयान भारत के लिए असहज हो सकता है, जो पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाता रहा है.
भारत-पाक संबंधों पर अमेरिकी दृष्टिकोण
की असीम मुनीर की तारीफ
जनरल कुरिल्ला ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर की तारीफ की, जिनके नेतृत्व में अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर आईएसआईएस-खोर के खिलाफ दर्जनों ऑपरेशन किए गए. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के साथ शानदार साझेदारी के माध्यम से, उन्होंने आईएसआईएस-खोर के दर्जनों आतंकियों को मार गिराया और कम से कम पांच हाई-वैल्यू आतंकियों को पकड़ा.” इनमें मोहम्मद शरीफुल्लाह उर्फ जफर भी शामिल है, जो 2021 के काबुल हवाई अड्डे पर हुए आत्मघाती हमले में शामिल था.
भारत की आतंकवाद विरोधी नीति
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, के बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्पष्ट किया, “आतंकवाद के पीड़ितों और इसके अपराधियों को एक समान नहीं माना जा सकता.” उन्होंने ब्रसेल्स में कहा, “हम आतंकवाद के प्रति शून्य-सहिष्णुता की नीति अपनाएंगे. अगर पाकिस्तान ऐसी बर्बर हरकतें जारी रखता है, तो हम जवाबी कार्रवाई करेंगे, चाहे आतंकी पाकिस्तान में कितने भी गहरे छिपे हों.”