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India Daily

'मूर्खतापूर्ण, कोई उद्देश्य पूरा नहीं...,' ट्रंप की टैरिफ नीति पर अमेरिकी अर्थशास्त्री की तल्ख टिप्पणी

प्रख्यात अर्थशास्त्री जेफरी सैक्स ने भारत को सलाह दी कि वह अमेरिका के साथ कारोबारिक रिश्तों की उम्मीद न रखे, भले ही नई दिल्ली अमेरिका की चीन पर निर्भरता को कम कर सके. यह बयान ट्रंप द्वारा भारत के रूसी तेल आयात के कारण शुल्क लगाने के बीच आया है, जो भारत-अमेरिका संबंधों को प्रभावित कर सकता है.

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Edited By: Mayank Tiwari
Economist Jeffrey Sachs
Courtesy: x

प्रख्यात अर्थशास्त्री जेफरी सैक्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ को 'मूर्खतापूर्ण' बताते हुए कहा कि इससे कोई फायदा नहीं होगा. सैक्स ने ट्रम्प को “भ्रमित” बताते हुए कहा कि अमेरिका ने लंबे समय तक अपनी वैश्विक प्रभुत्व का उपयोग किया है और उसे लगता है कि वह दुनिया के हर हिस्से पर हुकूमत कर सकता है.

न्यूज एजेंसी ANI को प्रख्यात अर्थशास्त्री जेफरी सैक्स ने बताया, “यह कोई मतलब नहीं रखता। यह सच नहीं है. यह विफल हो रहा है. भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाना किसी भी नजरिए से मूर्खतापूर्ण है. इसका कोई उद्देश्य नहीं है.

ट्रम्प की नीतियां और ब्रिक्स

अर्थशास्त्री जेफरी सैक्स ने कहा कि ट्रंप ब्रिक्स समूह (भारत, चीन, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका) से नफरत करते हैं, क्योंकि ये देश अमेरिका के सामने खड़े होकर कहते हैं कि वाशिंगटन दुनिया का मालिक नहीं है. उन्होंने कहा, “शुल्क से संबंधित सब कुछ गलत है. यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक है. यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करता है. यह अमेरिका में हमारी राजनीतिक व्यवस्था का पतन है. ट्रंप की नीतियां असफल होने के लिए अभिशप्त हैं.

भारत के लिए दी ये सलाह!

सैक्स ने भारत को सलाह दी कि उसे अमेरिका पर भरोसा नहीं करना चाहिए और यह नहीं मानना चाहिए कि नई दिल्ली वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में चीन की जगह ले सकता है. उन्होंने चीन, रूस और ब्राजील को भारत के “वास्तविक साझेदार” बताया. सैक्स ने पहले भी ट्रम्प के शुल्क को “असंवैधानिक” कहा था और चेतावनी दी थी कि अमेरिका के साथ क्वाड में शामिल होने से भारत को दीर्घकालिक सुरक्षा लाभ नहीं मिलेगा.

अमेरिकी नीतियों पर उठे सवाल

हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में सैक्स ने कहा, “अमेरिकी राजनेता भारत की बिल्कुल परवाह नहीं करते. यह समझ लें. क्वाड में अमेरिका के साथ मिलकर चीन के खिलाफ जाने से भारत को दीर्घकालिक सुरक्षा नहीं मिलेगी. भारत एक महान शक्ति है, जिसका विश्व में स्वतंत्र स्थान है. ट्रंप जो कुछ भी शुल्क पर कर रहे हैं, वह असंवैधानिक है.