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India Daily

दोनों देशों को जाता है संघर्षविराम का श्रेय, आखिरकार ट्रंप ने किया स्वीकार

Trump On India-Pakistan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार यह स्वीकार किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का श्रेय दोनों देशों को जाता है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Trump Modi

Trump On India-Pakistan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार यह स्वीकार किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का श्रेय दोनों देशों को जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने बुधवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के साथ व्हाइट हाउस में लंच के दौरान यह बयान दिया. 

ट्रंप ने कहा, “मैं जनरल मुनीर को इसलिए बुलाना चाहता था क्योंकि मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने युद्ध में न जाने का फैसला लिया और जैसा आप जानते हैं, प्रधानमंत्री मोदी थोड़ी देर पहले ही यहां से गए हैं. हम भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं.”

ट्रंप ने खुद को दिया था संघर्षविराम का श्रेय:

बता दें कि भारत और पाकिस्तान ने आपसी सहमति से 10 मई को संघर्षविराम पर सहमति जताई थी. हालांकि, इस फैसले का श्रेय ट्रंप खुद को देते रहे थे और दावा करते रहे थे कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में अहम भूमिका निभाई. साथ ही कहा था कि अगर युद्ध रुकेगा तो अमेरिका बहुत ज्यादा व्यापार करेगा. 

यह परमाणु युद्ध बन सकता था- ट्रंप

ट्रंप ने कहा, “मैं कुछ हफ्ते पहले पीएम मोदी से मिला था. वो यहां आए थे. अब हम उनसे बात करते हैं और मुझे खुशी है कि दो बेहद समझदार नेताओं ने आगे युद्ध न जारी रखने का निर्णय लिया. यह एक परमाणु युद्ध बन सकता था.”

विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार जी7 समिट के दौरान पीएम मोदी और ट्रंप के बीच 35 मिनट की फोन कॉल हुई थी, जिसमें मोदी ने क्लियर किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किसी भी स्तर पर भारत-अमेरिका व्यापार समझौते या अमेरिका की मध्यस्थता पर कोई चर्चा नहीं हुई. मिस्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने यह दो टूक स्पष्ट कर दिया कि भारत किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को कभी स्वीकार नहीं करेगा और इस पर भारत में पूर्ण राजनीतिक सहमति है.