अमेरिकी राष्ट्रपति पद के निर्वाचित डोनाल्ड ट्रम्प के सलाहकार रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौते को बढ़ावा देने के लिए तेल प्रतिबंधों पर एक नई रणनीति बना रहे हैं. सूत्रों का हवाला देते हुए यह जानकारी गुरुवार को दी गई.
कैरट और स्टिक नीति
इस रणनीति में "कैरट और स्टिक" दृष्टिकोण अपनाया जाएगा. एक परिदृश्य में, ट्रम्प की टीम रूस के तेल उत्पादकों पर से प्रतिबंध हटा सकती है, जिसमें सामान्य लाइसेंस जारी करना या G7 के तेल मूल्य सीमा को 60 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बढ़ाना शामिल हो सकता है, अगर युद्ध का समाधान नजदीक हो.
वहीं, दूसरी ओर, इस टीम का विचार रूस पर दबाव डालने के लिए प्रतिबंधों को और कड़ा करना है. इस संबंध में संभावित कदमों में यूरोपीय शिपर्स और चीन और भारत में प्रमुख खरीदारों पर द्वितीयक प्रतिबंधों को लागू करना और डेनिश और तुर्की जलडमरूमध्य के माध्यम से तेल टैंकरों के मार्गों की निगरानी को बढ़ाना शामिल हो सकता है.
शुरुआती चरण में प्रक्रिया
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ये प्रारंभिक चर्चा ट्रम्प की कैबिनेट के उम्मीदवारों और पूर्व प्रतिबंध अधिकारियों द्वारा की जा रही हैं. हालांकि, अंतिम निर्णय खुद राष्ट्रपति पद के निर्वाचित ट्रम्प पर निर्भर करेगा. ट्रम्प की टीम को ऐसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है जैसे कि पिछली बाइडन प्रशासन को प्रतिबंधों के लागू करने और वैश्विक तेल बाजार को नुकसान से बचने के बीच संतुलन बनाने में आई थीं.
रूस-यूक्रेन युद्ध का समाधान
यह रिपोर्ट ट्रम्प के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से संभावित मुलाकात के बयान के बाद आई है, जिसमें क्रेमलिन ने इसे आयोजित करने के लिए सहमति व्यक्त की थी. ट्रम्प ने पहले यह वादा किया था कि वह 20 जनवरी को पदभार ग्रहण करने से पहले एक शांति समझौता कराएंगे. हालांकि, रॉयटर्स ने बुधवार को बताया कि ट्रम्प के सलाहकारों का मानना है कि युद्ध का समाधान कुछ महीनों में हो सकता है.
कीव को चिंता
ट्रम्प द्वारा यूक्रेन को दी जा रही अमेरिकी सैन्य मदद की आलोचना ने कीव में इस बात को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं कि क्या ट्रम्प रूस के अनुकूल शांति समझौते के लिए दबाव डालेंगे. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने जोर देकर कहा है कि यदि वॉशिंगटन का समर्थन नहीं होता जो फरवरी 2022 में पूर्ण-स्केल आक्रमण शुरू होने से लेकर अब तक लाखों डॉलर का है तो संभवत: यूक्रेन युद्ध हार चुका होता.