China's moon mission Chang'e 6 : चीन के मून मिशन चांग ई 6 ने कमाल कर दिया है. इस मिशन का उद्देश्य था कि यह चांद की मिट्टी और पत्थर को पृथ्वी पर वापस लेकर आए ताकि फिर उसकी रिसर्च की जा सके. चीन के मून मिशन ने अपने इस काम में अब तक 50 फीसदी तक कामयाबी हासिल कर ली है. चांग ई सिक्स ने चांद की मिट्टी और पत्थर को एकत्रित करके पृथ्वी की ओर उड़ान भर ली है.
इसकी जानकारी चीनी स्पेस एजेंसी ने दी है. चांग ई 6 रविवार, 2 जून की सुबह चंद्रमा के दूरवर्ती भाग में स्थित बड़े दक्षिणी ध्रुव-ऐटकेन (एसपीए) बेसिन के भीतर अज्ञात अपोलो बेसिन क्रेटर में उतरा था.
पृथ्वी की ओर उड़ान भरने वाले चीन का चंद्रयान चांग ई सिक्स 25 जून को पृथ्वी पर लैंड कर सकता है. अगर ये मिशन सफलतापूर्वक अपने काम को अंजाम दे देता है तो चीन चांद के दक्षिणी ध्रुव से मिट्टी और पत्थर लाने वाला पहला देश बन जाएगा.
चीनी का चांग ई 6 मिशन अपने आप में एक अनोखा मिशन है. चांद पर जाकर वहां से मिट्टी लाने का ये पहला प्रयास है. इस मिशन की सफलता पर चांद के अनजान रहस्यों से पर्दा उठ सकता है.
चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार चांग ई 6 ने ड्रिल और रोबोटिक आर्म का इस्तेमाल से चांद से मिट्टी के नमूने को एकत्रित किया साथ ही चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चांग ई 6 ने चीन का राष्ट्रीय ध्वज को फहराया.
पृथ्वी के लिए चांद का दक्षिणी ध्रुव बहुत ही रहस्यमयी है. चांद के इस इलाके में पहुंचकर बहुत से देश स्टडी करना चाहते हैं. चांद के दक्षिणी ध्रुव में बर्फ मतलब पानी के मिलने की संभावना अधिक है. चांद पर पानी की उपस्थिति मानव जीवन का आधार बन सकती है.