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India Daily

आर्मी डे परेड में अमेरिका से असीम मुनीर को न्यौता, गुस्से में लाल हुआ चीन

इस यात्रा का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू अमेरिका की चिंता है जो पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी से जुड़ा है. चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के तहत चल रहा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) न केवल पाकिस्तान को आर्थिक रूप से चीन पर निर्भर बना रहा है, बल्कि यह चीन को अरब सागर तक सीधी पहुंच और मलक्का जलडमरूमध्य का रणनीतिक विकल्प भी प्रदान करता है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Asim Munir
Courtesy: Social Media

पाकिस्तान के सेना प्रमुख (COAS) जनरल सैयद असीम मुनीर 12 जून 2025 को वॉशिंगटन डीसी पहुंचने वाले हैं, जहां वे अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के समारोह में हिस्सा लेंगे. यह समारोह 14 जून को आयोजित होगा जो संयोगवश पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 79वें जन्मदिन के साथ मेल खाता है. हालांकि, इस यात्रा को लेकर पाकिस्तान में विरोध के स्वर उठने लगे हैं.

रिपोर्ट्स के अनुसार, इस उच्च-स्तरीय सैन्य बैठक के दौरान अमेरिका पाकिस्तान पर भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ सक्रिय आतंकी संगठनों पर कड़ा रुख अपनाने के लिए दबाव डाल सकता है. खास तौर पर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है. हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया है. अमेरिका इस अवसर का उपयोग क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद विरोधी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कर सकता है.

चीन-पाकिस्तान संबंध और CPEC पर चिंता

इस यात्रा का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू अमेरिका की चिंता है जो पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी से जुड़ा है. चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के तहत चल रहा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) न केवल पाकिस्तान को आर्थिक रूप से चीन पर निर्भर बना रहा है, बल्कि यह चीन को अरब सागर तक सीधी पहुंच और मलक्का जलडमरूमध्य का रणनीतिक विकल्प भी प्रदान करता है. CPEC के तहत ऊर्जा परिवहन और रक्षा क्षेत्रों में चीन के भारी निवेश और उन्नत सैन्य तकनीक के हस्तांतरण ने अमेरिका की चिंताएं बढ़ा दी हैं. इस यात्रा के दौरान अमेरिका पाकिस्तान से इस रणनीतिक गठजोड़ पर स्पष्टता और संतुलन की उम्मीद कर सकता है.

पाकिस्तान में विरोध और आंतरिक राजनीति

जनरल मुनीर की इस यात्रा का उनके अपने देश में भी विरोध हो रहा है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने वॉशिंगटन में उनके दौरे के खिलाफ 13 से 15 जून तक विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है. PTI समर्थक मुनीर पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से हटाने और लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने का आरोप लगाते हैं. इसके अलावा मुनीर की कश्मीर को लेकर भड़काऊ बयानबाजी जिसमें उन्होंने इसे पाकिस्तान की "जुगुलर वेन" (नस) करार दिया ने भी विवाद को जन्म दिया है.