नई दिल्ली. अमेरिकी संसद ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है. यह प्रस्ताव ओरेगॉन के सीनेटर जेफ मर्कले, टेनेसी के सीनेटर बिल हैगर्टी और टेक्सास के सीनेटर जॉन कॉर्निन द्वारा पारित किया गया. इस ख़बर से ड्रैगन बौखलाया हुआ है.
अमेरिकी संसद के इस प्रस्ताव में पुष्टि की गई है कि अमेरिका मैकमोहन लाइन को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश के बीच इंटरनेशनल बॉर्डर (तरराष्ट्रीय सीमा) को मंजूरी दे रहा है.
मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक बयान में कहा गया कि "यह प्रस्ताव चीन के उस दावे को खारिज करता है जिसमें कहा गया है कि अरुणाचल प्रदेश का बड़ा हिस्सा पीआरसी क्षेत्र चीन का हिस्सा है."
अमेरिकी संसद में प्रस्ताव
अमेरिकी संसद में इस प्रस्ताव को लेकर सीनेटर मर्कले ने कहा, “स्वतंत्रता और नियम-आधारित व्यवस्था का समर्थन करने वाले अमेरिका के मूल्य दुनिया भर में हमारे सभी कार्यों और संबंधों के केंद्र में होने चाहिए - खासकर जब पीआरसी सरकार एक वैकल्पिक दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रही है.”
उन्होंने आगे कहा कि इस प्रस्ताव के पारित होने से समिति पुष्टि करती है कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश को भारत गणराज्य के हिस्से के रूप में देखता है - पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना नहीं - और अमेरिका समान विचारधारा वाले लोगों के साथ इस क्षेत्र में समर्थन और सहायता को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
इस बीच, सीनेटर हेगर्टी ने कहा कि ऐसे समय में जब चीन स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए गंभीर और खतरे पैदा कर रहा है, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह क्षेत्र में अपने रणनीतिक साझेदारों-विशेषकर भारत और के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहे.
अरुणाचल प्रदेश "भारत गणराज्य का हिस्सा"
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, अन्य क्वाड देश- और क्षेत्रीय विस्तार की सीसीपी की व्यापक रणनीति के खिलाफ पीछे हटेंगे जो उसने दक्षिण और पूर्वी चीन सागर, हिमालय और दक्षिणी प्रशांत क्षेत्र में अपनाई है.
सीनेटर कॉर्निन ने कहा, "जैसा कि भारत और चीन के बीच उनकी साझा सीमा को लेकर तनाव बढ़ रहा है, संयुक्त राज्य अमेरिका को स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक का समर्थन करके लोकतंत्र की रक्षा में मजबूती से खड़ा होना चाहिए. यह प्रस्ताव इस बात की पुष्टि करेगा कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को "भारत गणराज्य का हिस्सा" मानता है."