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लाल सागर में हूती विद्रोहियों पर अमेरिका ने किया एयरस्ट्राइक, मारे गए 10 आतंकी

यमन के हूती विद्रोही, हमास के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए नवंबर से लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं. इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर को शुरू हुई जंग के बाद से हूती आतंकियों ने मालवाहक जहाजों पर हमले शुरू किए हैं. 

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Om Pratap
America airstrike on Houthi rebels in Red Sea

हाइलाइट्स

  • नवंबर से लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हूती आतंकी
  • मालवाहक जहाजों की सुरक्षा को अमेरिका ने नौसेना को किया तैनात

America airstrike on Houthi rebels in Red Sea: अमेरिकी नौसेना ने लाल सागर में हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक कर दिया, जिसमें 10 आतंकी मारे गए. जानकारी के मुताबिक, रविवार को हूती आतंकी लाल सागर में मेर्स्क कंटेनर जहाज पर हमला करने की कोशिश में थे. मामले की जानकारी के बाद अमेरिकी नौसेना के हेलीकॉप्टर मौके पर पहुंचे और एयरस्ट्राइक कर हूती विद्रोहियों के तीन जहाज को लाल सागर में डूबा दिया, जिसमें 10 आतंकी मारे गए.

बताया जा रहा है कि हूती आतंकियों ने सिंगापुर के ध्वज वाले Maersk Hangzhou, Maersk और US सेंट्रल कमांड (CENTCOM) पर चढ़ने की कोशिश की. सेंटकॉम ने बताया कि मामले की जानकारी के बाद USS आइजनहावर और USS ग्रेवली हेलीकॉप्टर के जरिए अमेरिकी नौसेना वहां पहुंची. मेर्स्क दुनिया की सबसे बड़ी शिपिंग कंपनियों में से एक मेर्स्क ने बताया कि हूती आतंकियों के हमले के बाद अगले 48 घंटे के लिए लाल सागर में सभी जहाजों की आवाजाही रोक दी गई. 

हूती के प्रवक्ता ने की घटना की पुष्टि

हूती के एक प्रवक्ता के मुताबिक, हमारे ओर से हमला इसलिए किया गया क्योंकि शिप के क्रू मेंबर्स ने चेतावनी कॉल पर ध्यान नहीं दिया. प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि लाल सागर में अमेरिकी सेना की ओर से उनकी शिप पर हमला किए जाने के बाद 10 हूती सैनिक लापता हैं.

यमन के हूती विद्रोही, हमास के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए नवंबर से लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं. इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर को शुरू हुई जंग के बाद से हूती आतंकियों ने मालवाहक जहाजों पर हमले शुरू किए हैं. हूती आतंकियों के हमले की वजह से इजराइल के समर्थक अमेरिका और ब्रिटेन को भी काफी नुकसान हुआ है. हमलों को देखते हुए अमेरिका और ब्रिटेन ने मालवाहक जहाजों की सुरक्षा के लिए नौसेना को तैनात किया है. 

बता दें कि हूती विद्रोहियों के हमलों के बाद शिपिंग कंपनियों की अधिकतर जहाज स्वेज नहर के बजाय अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप के आसपास लंबा और महंगा मार्ग अपना रहे हैं. बता दें कि एशिया और यूरोप के बीच माल की आवाजाही के लिए लाल सागर महत्वपूर्ण है.