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India Daily

कौन हैं पश्चिम बंगाल BJP के नए अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य, पहले ही भाषण में कहा- ‘हम अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं’

पश्चिम बंगाल भाजपा की नई राज्य अध्यक्ष के रूप में राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने पदभार ग्रहण कर लिया है. उन्होंने दोहराया कि उनकी पार्टी अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं है, बल्कि हिंसा और सांप्रदायिकता की राजनीति के खिलाफ है. भट्टाचार्य को 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूत करने का दायित्व सौंपा गया है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
 Samik Bhattacharya
Courtesy: web

बुधवार को कोलकाता के साइंस सिटी ऑडिटोरियम में एक औपचारिक समारोह में समिक भट्टाचार्य को पश्चिम बंगाल भाजपा का नया अध्यक्ष घोषित किया गया. निर्विरोध चुने गए भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य की भाजपा यूनिट सभी समुदायों का सम्मान करती है और सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की प्रतिबद्धता रखती है.

समिक भट्टाचार्य ने अपने पहले भाषण में दोहराया कि भाजपा न तो किसी समुदाय के खिलाफ है और न ही किसी की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करेगी. उन्होंने कहा- “हम हिंसा और सांप्रदायिक राजनीति को चुनौती देते हैं.” उनका मानना है कि बंगाल के लोग अब कट्टरता नहीं, बल्कि विकास और शांति की राजनीति चाहते हैं.

राज्यसभा से पार्टी अध्यक्ष तक का सफर

समिक भट्टाचार्य 2014 में भाजपा टिकट पर बशीरहाट दक्षिण विधानसभा सीट जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे. 2021 से वे राज्यसभा सांसद हैं. आरएसएस और ABVP के सक्रिय सदस्‍य रहे भट्टाचार्य ने संगठन के हर प्रमुख पद राज्य महासचिव, उपाध्यक्ष, मुख्य प्रवक्ता पर काम किया है. 1970 के दशक में हावड़ा में आरएसएस शाखाओं में शामिल होकर उनकी राजनीतिक यात्रा शुरू हुई थी.

2026 के चुनावों में होगी अहम भूमिका

भट्टाचार्य को भाजपा ने 2026 के विधानसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल इकाई का नेतृत्व सौंपा है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को भरोसा दिया कि टीएमसी के शासन में भ्रष्टाचार को शिकस्त दी जाएगी. “बंगाल की जनता ने हमें अब एक मजबूत विकल्प के रूप में स्वीकार किया है.” आगामी चुनावों में वे संगठन को चुनावी मैदान में सशक्त बनाने पर काम करेंगे.